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रूस में लापता भारतीय मेडिकल छात्र की मौत से गांव में शोक की लहर

राजस्थान के अलवर का 22 वर्षीय मेडिकल छात्र अजीत सिंह चौधरी रूस में लापता होने के तीन हफ्ते बाद मृत पाया गया। उसकी रहस्यमय मौत ने पूरे गांव को शोक में डाल दिया है। अजीत की पहचान उसके दोस्तों ने की, और अब शव को भारत लाने की प्रक्रिया चल रही है। परिवार ने उसकी शिक्षा के लिए जमीन बेची थी, और अब वे उसके शव के लौटने का इंतजार कर रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय नेताओं को भी गहरी चिंता में डाल दिया है।
 

दुखद घटना: अलवर के छात्र की मौत


नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर से एक 22 वर्षीय मेडिकल छात्र, अजीत सिंह चौधरी, जो लगभग तीन हफ्ते पहले रूस में लापता हो गया था, उफा शहर के एक बांध के पास मृत पाया गया। अजीत ने 2023 में बश्किर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए रूस का रुख किया था। रिपोर्टों के अनुसार, वह 19 अक्टूबर को सुबह करीब 11 बजे अपने हॉस्टल से बाहर निकला और उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चला।


अजीत ने हॉस्टल से निकलते समय अपने दोस्तों को बताया कि वह दूध खरीदने जा रहा है और जल्द लौटेगा, लेकिन वह वापस नहीं आया। कुछ दिनों बाद, स्थानीय अधिकारियों को व्हाइट नदी के पास उसका फोन, कपड़े और जूते मिले, जिससे उसकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न हुईं। 19 दिनों की खोज के बाद, उसका शव उसी नदी के निकट एक बांध के पास मिला, जिससे उसके परिवार की चिंताएं सही साबित हुईं।


पोस्टमार्टम के बाद शव भारत भेजा जाएगा

मॉस्को में भारतीय दूतावास ने अजीत के परिवार को इस खोज के बारे में सूचित किया। उसके शव की पहचान रूस में पढ़ाई कर रहे अन्य भारतीय छात्रों ने की। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि शव को भारत भेजने से पहले एक मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा। भारतीय दूतावास और रूसी अधिकारियों के बीच शव के प्रत्यावर्तन की प्रक्रिया का समन्वय किया जा रहा है, जिसमें दो से तीन दिन लगने की संभावना है।


गांव में शोक की लहर

अजीत की अचानक और रहस्यमय मौत ने उसके गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। उसके परिवार ने बताया कि उसकी मेडिकल शिक्षा के लिए उन्होंने लगभग तीन बीघा जमीन बेच दी थी। एक रिश्तेदार ने आंसू भरी आंखों से कहा, 'हमने उसे इतने सपनों के साथ पढ़ाई के लिए भेजा था। अब, हम बस उसके शव के घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं।'


विदेश मंत्री का बयान

स्थानीय नेताओं और समुदाय के सदस्यों ने अलवर जाट छात्रावास में एक बैठक की और अधिकारियों की धीमी प्रतिक्रिया पर नाराजगी व्यक्त की। कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए अजीत की मौत को संदिग्ध बताया। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मामले की गहन जांच सुनिश्चित करने और अजीत के शव को जल्द से जल्द घर लाने का आग्रह किया, यह कहते हुए कि 'परिवार को और अधिक कष्ट नहीं सहना चाहिए।'