रूस-यूक्रेन संघर्ष: ड्रोन हमलों के बीच शांति वार्ता में तनाव
रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ता तनाव
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध अब साढ़े तीन साल से अधिक समय से जारी है। अमेरिका सहित कई देशों के प्रयासों के बावजूद, संघर्ष समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में, रूस ने यूक्रेन के विभिन्न क्षेत्रों में रातोंरात ड्रोन हमले किए। 20 अगस्त को, यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया कि उसने एक बिजली संयंत्र पर ड्रोन हमला किया, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हुई। इसके जवाब में, 21 अगस्त को रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइलों और सैकड़ों ड्रोन से बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इन हमलों ने अमेरिका के साथ चल रही शांति वार्ता के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। रिव्ने ओब्लास्ट में तीन बड़े विस्फोटों की सूचना मिली है, जिसके कारण यूक्रेन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।यूक्रेनी वायु सेना के अनुसार, रूस ने गुरुवार रात को सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों से यूक्रेन पर हमला किया, जिसे हाल के हफ्तों में रूस का सबसे बड़ा हमला बताया गया। यूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने कुल 574 ड्रोन और 40 मिसाइलें दागीं, जिनमें से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। यूक्रेनी वायु रक्षा बलों ने इनमें से 546 ड्रोन और 31 मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि यदि पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को दी जाने वाली सुरक्षा गारंटी पर चर्चा में रूस को शामिल नहीं किया जाता है, तो ये सभी प्रयास व्यर्थ होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिमी देश, विशेषकर अमेरिका, जानते हैं कि रूस की भागीदारी के बिना सुरक्षा गारंटी पर गंभीर चर्चा करना वास्तविकता से भटकाव है। लावरोव ने यह बयान तब दिया जब नाटो देशों के वरिष्ठ अधिकारी एक वर्चुअल बैठक में यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी और शांति समझौते पर चर्चा कर रहे थे।