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लाहौर में TLP के प्रदर्शन के दौरान हिंसा: जानें क्या हुआ?

पाकिस्तान के लाहौर में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें कई लोग मारे गए और घायल हुए। अर्धसैनिक रेंजर्स ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। मुरीदके में भी तनाव बढ़ा है, जहां पुलिस और टीएलपी समर्थकों के बीच झड़पें हुईं। इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर प्रदर्शन की योजना बनाई गई थी, लेकिन पुलिस की कार्रवाई ने इसे रोक दिया। जानें इस घटनाक्रम के पीछे की पूरी कहानी।
 

लाहौर में TLP का प्रदर्शन


TLP प्रदर्शन पाकिस्तान: पाकिस्तान के लाहौर में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। अर्धसैनिक रेंजर्स ने प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी की, जिसका उद्देश्य तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के समर्थकों को इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोकना था। इस घटना में टीएलपी के कम से कम 10 सदस्यों की जान गई, जबकि 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। यह कार्रवाई उस समय की गई जब प्रदर्शनकारी सुबह की नमाज से पहले बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे थे।


मुरीदके में स्थिति और भी बिगड़ी

लाहौर की घटना के साथ ही मुरीदके में भी तनाव बढ़ गया, जहां पुलिस और टीएलपी समर्थकों के बीच गंभीर झड़पें हुईं। इस संघर्ष ने स्थानीय नागरिकों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, कई स्थानों पर पत्थरबाजी और लाठीचार्ज की घटनाएं भी सामने आई हैं।


अमेरिकी दूतावास के बाहर प्रदर्शन की योजना

टीएलपी ने गाजा में इजराइली कार्रवाई के खिलाफ इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर बड़े प्रदर्शन की योजना बनाई थी। इसी संदर्भ में रविवार को पंजाब सरकार और टीएलपी के प्रतिनिधियों के बीच बैठक हुई थी। लेकिन, बुधवार रात लाहौर में हिंसा भड़क उठी जब पुलिस ने प्रदर्शन की तैयारी कर रहे टीएलपी समर्थकों को तितर-बितर करने का प्रयास किया।


सरकार और टीएलपी के बीच वार्ता

पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बातचीत की जा रही है। इस वार्ता में सीनेटर राणा सनाउल्लाह, सरकारी सलाहकार हाफिज ताहिर अशरफी, और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ख्वाजा सलमान रफीक शामिल हैं। टीएलपी की एक वार्ता टीम सरकार के साथ चर्चा कर रही है, और अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही कोई समझौता हो सकता है।


इस्लामाबाद और रावलपिंडी में सुरक्षा बढ़ाई गई

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इस्लामाबाद और रावलपिंडी में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है। प्रशासन ने राजधानी की ओर जाने वाली मुख्य सड़कों को बंद कर दिया है, और मेट्रो सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं। इसके साथ ही, मोबाइल इंटरनेट सेवा पर आंशिक प्रतिबंध भी लगाया गया है ताकि प्रदर्शनकारियों के बीच संचार बाधित किया जा सके।


टीएलपी का दावा

टीएलपी के नेतृत्व ने आरोप लगाया है कि बुधवार रात से शुरू हुई पुलिस कार्रवाई में उनके 24 समर्थकों की जान जा चुकी है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। हालांकि, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 10 मौतों की पुष्टि की गई है।