वेटिकन सिटी में श्रद्धालुओं के बीच शर्मनाक घटना: क्या है सच्चाई?
वेटिकन चर्च में हुई चौंकाने वाली घटना
वेटिकन चर्च: ईसाई धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक, वेटिकन सिटी में स्थित सेंट पीटर्स बेसिलिका में एक असामान्य घटना ने श्रद्धालुओं को चौंका दिया। इस ऐतिहासिक चर्च की 'ऑल्टर ऑफ कन्फेशन' वेदी, जहां संत पीटर की समाधि है और पोप मास का आयोजन करते हैं, पर एक अज्ञात व्यक्ति ने ऐसा कार्य किया जिसने न केवल श्रद्धा को ठेस पहुंचाई, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।
घटना का विवरण
यह घटना 10 अक्टूबर को सुबह 9 बजे के आसपास हुई, जब सैकड़ों श्रद्धालु और पर्यटक प्रार्थना में लीन थे। अचानक एक व्यक्ति सुरक्षा बैरिकेड को पार कर वेदी तक पहुंचा और वहां सार्वजनिक रूप से पेशाब कर दिया। इस शर्मनाक कृत्य को कुछ लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।
वीडियो में कैद शर्मनाक हरकत
वीडियो फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि व्यक्ति पेशाब करने के बाद झुककर अपनी पैंट ऊपर करता है और श्रद्धालुओं की ओर अपनी पीठ दिखाता है। इस दृश्य ने वहां मौजूद लोगों को हक्का-बक्का कर दिया। कुछ ने नजरें फेर लीं, जबकि अन्य ने इस घटना को रिकॉर्ड किया। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर लोगों में गुस्सा और दुख दोनों का मिश्रण देखने को मिल रहा है।
आरोपी की गिरफ्तारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वेटिकन के सुरक्षा कर्मियों और सादे कपड़ों में तैनात पुलिस ने तुरंत उस व्यक्ति को पकड़ लिया। वेटिकन प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने बताया कि यह व्यक्ति गंभीर मानसिक विकलांगता से ग्रस्त है। उसे वेटिकन पुलिस ने हिरासत में लिया और बाद में इतालवी अधिकारियों को सौंप दिया गया।
पवित्र स्थल की सुरक्षा पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब इस पवित्र स्थल की मर्यादा भंग हुई है। कैथोलिक समाचार एजेंसी के अनुसार, इसी वर्ष फरवरी में एक अन्य व्यक्ति ने उसी ऑल्टर पर धार्मिक वस्तुओं को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस तरह की घटनाएं यह सवाल उठाती हैं कि क्या वेटिकन सिटी जैसे स्थानों की सुरक्षा पर्याप्त है?
चर्च की प्रतिक्रिया
वेटिकन में लागू कैनन कानून (Canon 1211) के अनुसार, किसी पवित्र स्थल पर किया गया गंभीर और अपमानजनक अपराध, जिससे श्रद्धालुओं को ठेस पहुंचे, वह उस स्थल की पवित्रता का उल्लंघन माना जाता है। ऐसी स्थिति में वहां सार्वजनिक प्रार्थनाएं तब तक स्थगित कर दी जाती हैं, जब तक प्रायश्चित अनुष्ठानों के जरिए उस स्थान की पवित्रता पुनः स्थापित न हो जाए।