Gaza Peace Summit में शहबाज शरीफ ने ट्रंप को बताया शांति का प्रतीक

गाजा शांति सम्मेलन में ट्रंप की प्रशंसा
मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित गाजा शांति सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा की, जिससे ट्रंप भी मुस्कुराने से नहीं रोक सके। शहबाज ने ट्रंप को 'शांति का प्रतीक' बताते हुए उन्हें दोबारा नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करने की घोषणा की।
ट्रंप के लिए नोबेल पुरस्कार का समर्थन
सम्मेलन में शहबाज ने ट्रंप के नेतृत्व में गाज़ा में शांति प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज का दिन आधुनिक इतिहास के महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। ट्रंप ने शांति स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं और यह साबित किया है कि वे सच में शांति के लिए समर्पित हैं।
शहबाज ने आगे कहा कि वे पहले भी भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने में ट्रंप के योगदान के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकित कर चुके हैं। आज, वे एक बार फिर इस पुरस्कार के लिए ट्रंप का नाम प्रस्तावित कर रहे हैं, क्योंकि उनका योगदान दक्षिण एशिया और मध्य-पूर्व में लाखों लोगों के जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण रहा है।
भारत-पाक सीजफायर का श्रेय
शहबाज ने यह भी कहा कि ट्रंप की मध्यस्थता से भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम हुआ था। हालांकि, भारत ने इस दावे को पहले ही खारिज कर दिया है और स्पष्ट किया है कि यह सहमति दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच सीधे संवाद से बनी थी, न कि किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से।
Shehbaz Sharif hails Trump at Gaza Peace Summit saying he’s the man the world "NEEDED MOST right now".
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) October 14, 2025
~ Also proposed a Noble Prize for him.
Buttering Trump for political survival: Shehbaz proves there’s no limit to Pakistani desperation😂
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इटली की प्रधानमंत्री का आश्चर्य
शहबाज की लंबी प्रशंसा सुनकर इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी मुस्कुराते हुए नजर आईं। रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने अपने मुंह पर हाथ रखकर पूरा भाषण ध्यान से सुना और उनके चेहरे पर आश्चर्य स्पष्ट था।
ट्रंप की प्रतिक्रिया
शहबाज की बातों से खुश होकर डोनाल्ड ट्रंप ने मंच पर वापस आकर मजाकिया अंदाज में कहा, "वाह! मुझे ये उम्मीद नहीं थी। अब तो घर चलना चाहिए। मेरे पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा।" उन्होंने शहबाज का धन्यवाद किया और उनकी प्रस्तुति को शानदार बताया।