फ्रांस के 'पेरिस के पिशाच' ने किया चौंकाने वाला खुलासा: इंसानी मांस खाने की कहानी
चौंकाने वाला खुलासा
नई दिल्ली: हाल ही में एक फ्रांसीसी व्यक्ति ने यह स्वीकार किया है कि उसने इंसानी मांस का सेवन किया है। उसने एक पोडकास्ट में अपनी कहानी साझा की, जिसमें उसने बताया कि उसे यह इच्छा कब और कैसे हुई, और उसने पहली बार कब मानव मांस का स्वाद लिया। इस व्यक्ति का नाम निको क्लॉक्स है, जिसे कुछ स्थानों पर 'पेरिस का पिशाच' भी कहा जाता है।
बचपन से शुरू हुआ यह विचार
क्लॉक्स ने बताया कि उसे बचपन से ही इस तरह के विचार आते थे। जब वह 12 साल का था, तब उसने जापानी नरभक्षी इस्सेई सागावा के बारे में पढ़ा, और तभी से उसे इंसानी मांस खाने की इच्छा जागृत हुई। इस इच्छा को पूरा करने के लिए उसने कई कदम उठाए।
मुर्दाघर में काम करने का अनुभव
उसने कहा कि अपने दादा की मृत्यु के बाद, वह शवों और मानव मांस की ओर आकर्षित होने लगा। उसने मुर्दाघर में काम करने की कोशिश की, क्योंकि उसे लगा कि वहां उसे इंसानी मांस खाने का अवसर मिल सकता है। उस समय मुर्दाघरों में काम करने के लिए किसी विशेष डिग्री की आवश्यकता नहीं थी।
शव परीक्षण के दौरान मांस का सेवन
क्लॉक्स ने बताया कि जब उसने मुर्दाघर में काम करना शुरू किया, तो उसे शव परीक्षण के लिए अकेला छोड़ दिया जाता था। वह मांस के टुकड़े निकालकर खा जाता था। शुरुआत में उसने कच्चे मांस के छोटे टुकड़े चखे, फिर उन्हें घर लाकर विभिन्न तरीकों से पकाकर खाया। यह अनुभव उसके लिए केवल स्वाद का नहीं, बल्कि एक उत्तेजना बन गया।
हत्या की योजना
क्लॉक्स ने आगे कहा कि मुर्दाघर से मिली छोटी मात्रा में मांस उसकी भूख को संतुष्ट नहीं कर पा रही थी, इसलिए उसने एक व्यक्ति की हत्या करने की योजना बनाई, ताकि उसके अंग प्राप्त कर सके। लेकिन वह योजना पूरी होने से पहले ही पकड़ा गया और उसे धोखाधड़ी के आरोप में जेल की सजा हुई।
इंसानी मांस का स्वाद
पोडकास्ट में निको ने बताया कि लोग अक्सर उससे पूछते हैं कि इंसानी मांस का स्वाद कैसा होता है। उसने कहा कि इसका स्वाद घोड़े के मांस के समान होता है। उसके लिए असली चीज़ उस रोमांच और अजीब संतोष का अनुभव था, जो इस कृत्य से मिलता था। इस तरह के खुलासे समाज में चिंता पैदा करते हैं और इन्हें रिपोर्ट करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
