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खतरनाक #क्रोमबुकचैलेंज: बच्चे अपने लैपटॉप को आग लगा रहे हैं

सोशल मीडिया पर एक नया खतरनाक ट्रेंड '#क्रोमबुकचैलेंज' तेजी से फैल रहा है, जिसमें बच्चे अपने लैपटॉप को आग लगा रहे हैं। इस चैलेंज के कारण न केवल उपकरणों को नुकसान हो रहा है, बल्कि स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है। जानें इस ट्रेंड के पीछे का कारण और इसके खतरनाक प्रभावों के बारे में। विशेषज्ञों की सलाह है कि युवा इस तरह के चैलेंज से दूर रहें।
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खतरनाक #क्रोमबुकचैलेंज: बच्चे अपने लैपटॉप को आग लगा रहे हैं

सोशल मीडिया पर नया खतरनाक ट्रेंड

नई दिल्ली: इंटरनेट की दुनिया में लाइक्स और व्यूज के लिए लोग लगातार नए और खतरनाक चैलेंज स्वीकार कर रहे हैं। हाल ही में एक ऐसा ही खतरनाक ट्रेंड सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसे '#क्रोमबुकचैलेंज' कहा जा रहा है। इस चैलेंज के तहत बच्चे अपने लैपटॉप को आग लगा रहे हैं, जिससे न केवल उपकरणों को नुकसान हो रहा है, बल्कि स्वास्थ्य और सुरक्षा पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है।


इस चैलेंज में बच्चे एक विशेष स्टंट करते हैं। वे अपने लैपटॉप के चार्जिंग पोर्ट में कागज, पेंसिल की लीड या फॉइल पेपर डाल देते हैं। इससे लैपटॉप, विशेषकर उसके चार्जर में बिजली का शॉर्ट सर्किट हो जाता है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें दिखाया गया है कि इस तरह की हरकत से लैपटॉप या चार्जर में तुरंत आग लग जाती है और जहरीला धुआं निकलने लगता है।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका के कनेक्टिकट में न्यूइंगटन हाई स्कूल में इस चैलेंज के कारण एक क्लासरूम धुएं से भर गया था। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, शहर के फायर मार्शल डीजे ज़ोरडोन ने बताया कि इस ट्रेंड के कारण लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि लैपटॉप की बैटरी जल्दी आग पकड़ लेती है। एक बार जलने पर, यह जहरीला धुआं बाहर आने लगता है, जिसके कारण फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ता है। इस चैलेंज से जुड़े कई मामले अमेरिका के विभिन्न राज्यों जैसे कैलिफोर्निया, कोरोलीना, पेनसिलवेनिया, न्यू जर्सी, रोड आइलैंड, विसकॉन्सिन और वॉशिंगटन में सामने आए हैं।


टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने कहा है कि वे ऐसे खतरनाक कंटेंट को हटाने के लिए कदम उठा रहे हैं। टिकटॉक के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच 99.7 प्रतिशत खतरनाक कंटेंट को चिह्नित कर हटाया गया था। फिर भी, लोगों की शिकायत है कि इस तरह के कंटेंट को सोशल मीडिया पर वायरल नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे युवा प्रभावित हो रहे हैं और उन्हें गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञ इस तरह के खतरनाक ऑनलाइन चैलेंज से बच्चों और युवाओं को दूर रहने और उनके प्रति जागरूक करने की सलाह दे रहे हैं।