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15 जून 2025 का दैनिक राशिफल: जानें किन राशियों को रहना होगा सतर्क

15 जून 2025 का दैनिक राशिफल विभिन्न राशियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। जानें किन राशियों को इस दिन सतर्क रहना चाहिए और क्या उपाय अपनाने चाहिए। ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभाव के आधार पर, यह दिन कुछ राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। विशेषकर वृषभ, सिंह, कन्या, वृश्चिक और धनु राशियों के लिए यह दिन सावधानी बरतने का संकेत देता है। पढ़ें पूरी जानकारी और जानें अपने लिए सही उपाय।
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15 जून 2025 का दैनिक राशिफल: जानें किन राशियों को रहना होगा सतर्क

दैनिक राशिफल

दैनिक राशिफल: 15 जून 2025 के पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि दोपहर 3:51 बजे तक रहेगी, इसके बाद पंचमी तिथि प्रारंभ होगी। श्रवण नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जो बौद्धिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए अनुकूल है। इंद्र योग दोपहर 12:20 बजे तक रहेगा, जो साहस और नेतृत्व को बढ़ाता है, लेकिन इसके बाद वैधृति योग शुरू होगा, जो कार्यों में रुकावटें ला सकता है। करण बालव दोपहर 3:51 बजे तक रहेगा, फिर कौलव करण लगेगा, जो सामान्य कार्यों के लिए ठीक है।


ग्रहों की स्थिति

ग्रहों की स्थिति में चंद्रमा मकर राशि में, शुक्र मेष में, सूर्य वृषभ में सुबह 6:53 बजे तक और फिर मिथुन में गोचर करेगा, जहां बुध और गुरु पहले से मौजूद हैं। मंगल और केतु सिंह में, राहु कुंभ में, और शनि मीन में रहेंगे। यह विश्लेषण मेष, मिथुन, कर्क, तुला और कुंभ को छोड़कर उन राशियों पर केंद्रित है, जिनके लिए यह दिन अच्छा नहीं रहेगा।


वृषभ राशि

चंद्रमा मकर राशि में आपके नवम भाव में रहेंगे। जो यात्रा, शिक्षा, या भाग्य से संबंधित मामलों में बाधाएं ला सकता है। वहीं, सूर्य का मिथुन गोचर आपके द्वितीय भाव में होगा, जो धन और वाणी में तनाव या गलतफहमियां पैदा कर सकता है। मंगल और केतु की युति आपके चतुर्थ भाव में पारिवारिक माहौल या संपत्ति से संबंधित अस्थिरता ला सकती है। वैधृति योग दोपहर के बाद योजनाओं में रुकावटें बढ़ाएगा। सूर्य-बुध-गुरु की युति वित्तीय मामलों में समस्याएं पैदा कर सकती है। इस दौरान यात्रा टालें, वाणी में संयम रखें और पारिवारिक विवादों से बचें।


उपाय: ॐ शुं शुक्राय नमः का 108 बार जाप करें।


सिंह राशि

चंद्रमा आपके षष्ठ छठे भाव को प्रभावित करेंगे। जिससे स्वास्थ्य समस्याएं या कार्यस्थल पर तनाव हो सकता है। सूर्य का मिथुन गोचर आपके एकादश भाव में होगा, जो आय या सोशल रिलेशन्स में बाधाएं ला सकता है। मंगल और केतु की युति आपकी राशि में होगी, जो आक्रामकता या आत्मविश्वास में अस्थिरता ला सकती है। वैधृति योग दोपहर के बाद कार्यों में रुकावटें बढ़ाएगा। चंद्रमा-शनि का प्रभाव स्वास्थ्य और शत्रुओं से तनाव लाएगा और मंगल-केतु की युति व्यक्तिगत निर्णयों में जल्दबाजी का कारण बन सकती है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और कार्यस्थल पर धैर्य बरतें। जोखिम भरे निर्णय टालें।


उपाय: सूर्य को तांबे के लोटे से अर्घ्य दें और ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ का 108 बार जाप करें।


कन्या राशि

चंद्रमा आपके पंचम भाव को प्रभावित करेंगे। यह भाव प्रेम, संतान, रचनात्मकता का होता है। जो प्रेम या रचनात्मक कार्यों में तनाव ला सकता है। सूर्य का मिथुन में गोचर आपके दशम भाव में होगा, जो करियर में दबाव या सहकर्मियों के साथ गलतफहमियां ला सकता है। मंगल और केतु की युति आपके द्वादश भाव में अनावश्यक खर्च या मानसिक अशांति ला सकती है। वैधृति योग दोपहर के बाद योजनाओं को प्रभावित करेगा। चंद्रमा-शनि का प्रभाव रचनात्मकता और प्रेम में बाधाएं लाएगा, और सूर्य-बुध-गुरु की युति करियर में दिक्कतें ला सकती है। लव रिलेशनशिप्स में धैर्य रखें और कार्यस्थल पर संयम बरतें। इसके साथ ही खर्चों पर नियंत्रण रखें।


उपाय: बुध को हरी इलायची चढ़ाएँ और “ॐ बुं बुधाय नमः” का 108 बार जाप करें।


वृश्चिक राशि

चंद्रमा आपके तृतीय भाव में रहेंगे। जो संचार में गलतफहमियां या भाई-बहनों से तनाव ला सकते हैं। सूर्य का मिथुन गोचर आपके अष्टम भाव में होगा, जो स्वास्थ्य, गूढ़ मामलों या अचानक बदलाव में बाधाएं ला सकता है। मंगल और केतु की युति आपके दशम भाव में करियर में अस्थिरता या जोखिम भरे निर्णय दे सकती है। वैधृति योग दोपहर के बाद कार्यों में रुकावटें बढ़ाएगा। चंद्रमा-शनि का प्रभाव संचार और रिश्तों में दबाव लाएगा और सूर्य-बुध-गुरु की युति स्वास्थ्य या वित्तीय जोखिम को बढ़ाएगी। वाणी में संयम रखें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें और करियर में जोखिम न लें।


उपाय: हनुमान जी को लाल फूल चढ़ाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।


धनु राशि

चंद्रमा आपके द्वितीय भाव में रहकर वित्तीय तनाव या संचार में कठिनाई ला सकता है। सूर्य का मिथुन में गोचर आपके सप्तम भाव में होगा, जो पार्टनरशिप्स में गलतफहमियां या तनाव ला सकता है। मंगल और केतु की युति आपके नवम भाव में यात्रा या भाग्य से संबंधित बाधाएं ला सकती है। वैधृति योग दोपहर के बाद निर्णय लेने में रुकावटें बढ़ाएगा। चंद्रमा-शनि का प्रभाव धन और वाणी पर दबाव डालेगा और सूर्य-बुध-गुरु की युति के चलते पार्टनरशिप्स में सावधानी की जरूरत है। अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें, वाणी में संयम बरतें।


उपाय: गुरु मंत्र ‘ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः’ का 108 बार जाप करें।