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2 अगस्त 2025 का राशिफल: जानें किन राशियों को रहना होगा सावधान

2 अगस्त 2025 का राशिफल विभिन्न राशियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। इस दिन विशाखा नक्षत्र और शुक्ल योग का प्रभाव रहेगा, जो कुछ राशियों के लिए चुनौतियाँ ला सकता है। तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ, और मीन राशियों के लिए विशेष सावधानियाँ और उपाय बताए गए हैं। जानें कि किन राशियों को इस दिन सावधान रहना चाहिए और अपने दिन को बेहतर बनाने के लिए क्या उपाय करें।
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2 अगस्त 2025 का राशिफल: जानें किन राशियों को रहना होगा सावधान

राशिफल का संक्षिप्त विवरण

दैनिक राशिफल: 2 अगस्त 2025 को सावन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि सुबह 7:23 बजे तक रहेगी, इसके बाद नवमी तिथि प्रारंभ होगी। पूरे दिन विशाखा नक्षत्र और शुक्ल योग का प्रभाव रहेगा। सुबह 7:23 बजे तक बव करण, फिर 8:34 बजे तक बालव करण, और इसके बाद कौलव करण रहेगा। ग्रहों की स्थिति के अनुसार, चंद्रमा रात 11:52 बजे तक तुला राशि में रहेगा, जबकि मिथुन राशि में शुक्र और बृहस्पति की युति होगी। कर्क राशि में सूर्य और बुध की युति होगी, केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में, मंगल कन्या राशि में, और शनि मीन राशि में स्थित रहेंगे।


विशाखा नक्षत्र का प्रभाव

इस दिन गुरु और शनि का प्रभाव कार्यों में स्थिरता और गंभीरता लाएगा, लेकिन तुला राशि में चंद्रमा के साथ यह भावनात्मक उतार-चढ़ाव भी ला सकता है। शुक्ल योग सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है, लेकिन बव, बालव और कौलव करण निर्णय लेने में जटिलताएं उत्पन्न कर सकते हैं। सूर्य-बुध की युति और शुक्र-बृहस्पति की युति कुछ राशियों के लिए तनाव और स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। शनि और राहु की स्थिति भी चुनौतियों को बढ़ा सकती है। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए यह दिन ठीक नहीं रहेगा और इसे बेहतर बनाने के उपाय क्या हैं।


तुला राशि

तुला राशि में चंद्रमा का गोचर और विशाखा नक्षत्र का प्रभाव मानसिक तनाव और निर्णय लेने में भ्रम पैदा कर सकता है। सूर्य और बुध की युति आपके 10वें भाव को प्रभावित करेगी, जिससे कार्यक्षेत्र में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं। शनि का मीन राशि में होना स्वास्थ्य और शत्रुओं से संबंधित समस्याएं बढ़ा सकता है।


उपाय: भगवान विष्णु की पूजा करें और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें।


वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए चंद्रमा का तुला में रहना 12वें भाव को प्रभावित करेगा, जिससे अनावश्यक खर्च और मानसिक चिंता हो सकती है। मंगल का कन्या राशि में होना 11वें भाव को प्रभावित करेगा, जिससे आय के स्रोतों में रुकावट आ सकती है। राहु का कुंभ में होना पारिवारिक तनाव बढ़ा सकता है।


उपाय: हनुमानजी की पूजा करें और 'ॐ हं हनुमते नमः' मंत्र का 21 बार जाप करें।


मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए चंद्रमा का तुला में होना आपके दशम भाव को प्रभावित करेगा, जिससे कार्यक्षेत्र में दबाव बढ़ सकता है। शनि का मीन राशि में होना संचार और छोटी यात्राओं में बाधाएं ला सकता है। शुक्र और बृहस्पति की युति स्वास्थ्य और कानूनी मामलों में सावधानी की आवश्यकता को बढ़ा सकती है।


उपाय: शनिदेव की पूजा करें और 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें।


कुंभ राशि

कुंभ राशि में राहु की उपस्थिति और चंद्रमा का तुला में होना आपके नौवें भाव को प्रभावित करेगा, जिससे भाग्य संबंधी मामलों में रुकावटें आ सकती हैं। सूर्य और बुध की युति स्वास्थ्य समस्याएं या कार्यस्थल पर विवाद उत्पन्न कर सकती है। मंगल का कन्या में होना अचानक परेशानियों का कारण बन सकता है।


उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें।


मीन राशि

मीन राशि में शनि की उपस्थिति और चंद्रमा का तुला में होना मानसिक तनाव और स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। शुक्र और बृहस्पति की युति पारिवारिक सुख में कमी ला सकती है। सूर्य और बुध की युति शिक्षा और संतान से संबंधित चिंताओं को बढ़ा सकती है।


उपाय: भगवान शिव की पूजा करें और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें।