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2026 से वैष्णो देवी यात्रा में नए नियम: समय सीमा और सुविधाएं

2026 से वैष्णो देवी यात्रा में नए नियम लागू होने जा रहे हैं, जिसमें RFID कार्ड के माध्यम से यात्रा की समय सीमा निर्धारित की जाएगी। यात्रियों को 10 घंटे में यात्रा शुरू करनी होगी और 24 घंटे में कटरा लौटना होगा। यह कदम भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रा को सुगम बनाने के लिए उठाया गया है। जानें कैसे ये नए नियम यात्रा को आसान और सुरक्षित बनाएंगे।
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2026 से वैष्णो देवी यात्रा में नए नियम: समय सीमा और सुविधाएं

नए नियमों की शुरुआत


नए साल की शुरुआत के साथ, वैष्णो देवी की यात्रा करने वालों के लिए यात्रा प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। 1 जनवरी 2026 से, श्राइन बोर्ड ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए समय-सीमा वाले नियम लागू किए हैं। अब यात्रियों को यात्रा शुरू करने और कटरा लौटने का समय निर्धारित करना होगा। बोर्ड का कहना है कि नए साल के दौरान भीड़ में कई गुना वृद्धि होती है, इसलिए यह कदम उठाया गया है ताकि रास्ते में जाम न लगे और दर्शन सुगम हो सकें।


RFID कार्ड का नया उपयोग

RFID कार्ड अब केवल पहचान के लिए नहीं, बल्कि यात्रा की समय सीमा के लिए भी आवश्यक हो गया है। इसे प्राप्त करने के बाद, यात्रियों को 10 घंटे के भीतर ट्रैक पर निकलना होगा और 24 घंटे के भीतर कटरा लौटना होगा। यह निर्णय इस उद्देश्य से लिया गया है कि लोग लंबे समय तक भवन क्षेत्र में न रुकें और लाइनें लंबी न हों। बोर्ड का दावा है कि इससे बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं सबसे अधिक लाभान्वित होंगे, क्योंकि भीड़ कम होगी और दर्शन जल्दी होंगे।


10 और 24 घंटे का नियम

नियम स्पष्ट है: RFID कार्ड प्राप्त करने के बाद, यात्रियों को 10 घंटे के भीतर यात्रा शुरू करनी होगी। इसका मतलब है कि कार्ड मिलने के बाद, तुरंत ट्रैक पर निकलना होगा। दर्शन के बाद, 24 घंटे के भीतर कटरा लौटना अनिवार्य है। इससे रास्ते में अनावश्यक रुकावटें कम होंगी। बोर्ड का कहना है कि इससे जाम की समस्या नहीं होगी और पैदल चलने वालों को आराम से चलने का स्थान मिलेगा।


13 किलोमीटर का ट्रैक अब आसान

कटरा से भवन की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है। आमतौर पर, लोग इसे पैदल 6 से 8 घंटे में चढ़ते हैं और उतना ही समय उतरने में लगाते हैं। पहले लोग कभी भी निकलते थे और भवन में कई दिनों तक रुक जाते थे, जिससे लाइन और भीड़ बढ़ जाती थी। अब समय निर्धारित होने से लोग धीरे-धीरे, लेकिन लगातार ट्रैक पर चलते रहेंगे। इससे यात्रा कम थकाने वाली महसूस होगी।


कटरा पहुंचने का तरीका

जम्मू तवी स्टेशन से कटरा की दूरी 50 किलोमीटर है, जिसे टैक्सी या बस से डेढ़ घंटे में पूरा किया जा सकता है। जम्मू एयरपोर्ट से कटरा 70 किमी और श्रीनगर एयरपोर्ट से 200 किमी दूर है। दोनों स्थानों से टैक्सी और बसें उपलब्ध हैं। कटरा से आगे, यात्री पैदल, घोड़े, पिट्ठू, बैटरी कार या हेलीकॉप्टर का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, यात्रा की शुरुआत और वापसी का समय अब निश्चित रहेगा।


ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता

यात्रा पर जाने से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना आवश्यक है। कटरा स्टेशन पर रजिस्ट्रेशन सेंटर रात 12 बजे तक खुला रहता है, ताकि देर से आने वालों को कोई परेशानी न हो। रजिस्ट्रेशन और RFID प्राप्त करते ही आपकी यात्रा की समय सीमा शुरू हो जाती है। इसलिए, सभी कागजी कार्य पहले से निपटा लें और कार्ड लेते ही यात्रा की तैयारी करें। इससे आप आराम से यात्रा कर सकेंगे और लाइन भी छोटी रहेगी।


सुरक्षा और सुविधाएं

श्राइन बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि ये नियम किसी को परेशान करने के लिए नहीं, बल्कि सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए हैं। भीड़ कम होने से बीमारियों, खराब मौसम या किसी आपात स्थिति में मदद जल्दी पहुंच सकेगी। रास्ते में रेस्क्यू टीम तेजी से काम कर पाएगी। लाइन कम होने से दर्शन भी जल्दी होंगे। बोर्ड का मानना है कि अब माता के दर्शन में कम इंतजार और अधिक सुकून मिलेगा।