कर्ज से मुक्ति के ज्योतिषीय उपाय और कारण
कर्ज से मुक्ति के लिए ज्योतिषीय दृष्टिकोण और उपायों पर यह लेख जानकारी प्रदान करता है। जानें कैसे मंगल ग्रह और अन्य ज्योतिषीय कारक कर्ज के बढ़ने में भूमिका निभाते हैं। साथ ही, जानें कि किस प्रकार के उपाय अपनाकर आप कर्ज से छुटकारा पा सकते हैं।
| Nov 22, 2025, 18:30 IST
कर्ज के प्रभाव और ज्योतिषीय दृष्टिकोण
कई बार लोग कर्ज में फंस जाते हैं। कुछ लोग अपने कर्ज को चुका देते हैं, जबकि अन्य इसके बोझ तले दब जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार, मंगल ग्रह को कर्ज का कारक माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों में यह कहा गया है कि मंगलवार को कर्ज लेना वर्जित है। इस दिन जितना संभव हो सके, कर्ज चुकाना बेहतर होता है। माना जाता है कि मंगलवार को कर्ज लेने वाले व्यक्ति को जीवनभर कर्ज चुकाने में कठिनाई होती है, और उनके संतान भी इससे प्रभावित होते हैं। कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि बुधवार को कर्ज देना भी अशुभ होता है, क्योंकि इस दिन दिए गए कर्ज का वापस मिलना मुश्किल होता है।
कर्ज बढ़ने के कारण
जन्मकुंडली का छठा भाव ऋण, रोग और दैनिक संघर्षों का संकेत देता है। कई बार बीमारियों, दुर्घटनाओं या अन्य बाधाओं के कारण व्यक्ति कर्ज में डूब जाता है। हालांकि, केवल छठे भाव के आधार पर निष्कर्ष निकालना सही नहीं है; ऋणग्रस्तता के लिए अन्य भावों का भी अध्ययन करना आवश्यक है। जन्मकुंडली में अशुभ योग और वास्तु दोष भी कर्ज बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। यदि जन्मपत्री में पितृदोष है, तो जातक अक्सर पिता के धन पर निर्भर रहता है या कर्ज लेकर जीवन व्यतीत करता है। इसके अलावा, लग्न में सूर्य और शनि की युति होने पर व्यक्ति अक्सर कानूनी मामलों में उलझा रहता है, जिससे कर्ज बढ़ता है। 12वें भाव में सूर्य की स्थिति भी व्यक्ति को अधिक खर्च करने के लिए प्रेरित कर सकती है।
कर्ज लेने की स्थिति
- यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल कमजोर है, तो वह ऋण लेने की स्थिति में आ सकता है।
- यदि मंगल शनि, सूर्य या बुध के साथ हो, तो व्यक्ति को जीवन में एक बार कर्ज लेना पड़ सकता है।
- अगर जातक का 12वां भाव मजबूत है और दूसरा तथा दशम कमजोर है, तो वह उच्च स्तर के खर्चों के कारण कर्ज लेता है।
- घर में वास्तु दोष जैसे पूर्वोत्तर दिशा में अधिक निर्माण या उत्तर दिशा का भारी निर्माण होने पर व्यक्ति के खर्च बढ़ जाते हैं और उसे कर्ज लेना पड़ता है।
उपाय
जातक मंगलवार को ऋण, रोग, भय और शत्रुओं से मुक्ति के लिए नित्य ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं। तांबे से बने तिकोने मंगल यंत्र को मंगलवार को बनवाकर घर या ऑफिस में स्थापित करना भी लाभकारी है। इसके अलावा, ऋणी व्यक्ति के ऊपर चलने वाली महादशा और अंतर्दशा के अनुसार रत्न पहनना भी एक अच्छा उपाय है।
