कुंडली में ग्रहों की कमजोरी के संकेत और उपाय

ग्रहों की स्थिति और उनके प्रभाव
जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार जातकों को शुभ और अशुभ परिणाम मिलते हैं। जब ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं या शुभ ग्रहों की दृष्टि होती है, तब जातकों को अच्छे फल मिलते हैं। इसके विपरीत, यदि ग्रह कमजोर होते हैं या किसी शत्रु ग्रह से प्रभावित होते हैं, तो जातकों को बुरे फल का सामना करना पड़ सकता है। ज्योतिषाचार्या और टैरो कार्ड रीडर नीतिका शर्मा ने बताया कि जब कुंडली में ग्रह कमजोर होते हैं, तो हमें विभिन्न संकेत मिलने लगते हैं। इन संकेतों को समझकर संबंधित उपाय करना आवश्यक है।
सिर में खुजली का संकेत
यदि आपकी कुंडली में केतु ग्रह कमजोर है, तो आपको अचानक सिर खुजलाने की आदत हो सकती है। इसके अलावा, कुछ लोगों को सिर में खुजली की समस्या भी हो सकती है। इस स्थिति में केतु ग्रह की शांति के लिए उपाय करने चाहिए, जैसे कि किसी अच्छे ज्योतिषी की सलाह से नौ मुखी रुद्राक्ष, अश्वगंधा की जड़ी या लहसुनिया रत्न धारण करना।
बार-बार भूख लगना
ज्योतिषाचार्या नीतिका शर्मा के अनुसार, शनि और बुध ग्रह के अशुभ योग के कारण व्यक्ति को बार-बार भूख लगने लगती है। इस स्थिति में आपको अपनी आदत को बदलने की कोशिश करनी चाहिए। इसके बाद, बुध और शनि ग्रह की शांति के लिए उपाय करें। बुध ग्रह के लिए बुधवार को हरे वस्त्र पहनें और शनिवार को काले वस्त्र धारण करें।
बीच में टोकने की आदत
जब चंद्रमा पीड़ित होता है, तो व्यक्ति दूसरों की बातचीत में हस्तक्षेप करने लगता है। यह आदत नकारात्मक होती है और इसे तुरंत सुधारना चाहिए। चंद्रमा की शांति के लिए सोमवार को शिवजी की आराधना करें।
यादाश्त में कमी
शुक्र ग्रह के अशुभ होने पर व्यक्ति की यादाश्त कमजोर हो जाती है और वह चीज़ों को भूलने लगता है। शुक्र ग्रह की शांति के लिए शुक्रवार को गुलाबी रंग का प्रयोग करें और अरंड मूल या छह मुखी रुद्राक्ष धारण करें। हीरा रत्न धारण करने से भी शुक्र ग्रह मजबूत होता है।
गुस्से में वृद्धि
यदि मंगल ग्रह कमजोर है, तो व्यक्ति को बात-बात पर गुस्सा आने लगता है। इससे झगड़े की संभावना बढ़ जाती है। मंगल ग्रह की शांति के लिए मंगलवार को हनुमान जी की आराधना करें।