Newzfatafatlogo

चंद्र ग्रहण का 12 राशियों पर प्रभाव: जानें क्या होगा आपके लिए

7 सितंबर 2025 को भाद्रपद पूर्णिमा के दिन होने वाला चंद्र ग्रहण सभी 12 राशियों पर विभिन्न प्रभाव डालेगा। जानें कि यह ग्रहण आपके लिए क्या लेकर आएगा और किस प्रकार के उपाय करने से आप इसके प्रभाव को कम कर सकते हैं। मेष से मीन तक, हर राशि के लिए विशेष जानकारी और उपाय दिए गए हैं। इस ग्रहण के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, यह जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
 | 
चंद्र ग्रहण का 12 राशियों पर प्रभाव: जानें क्या होगा आपके लिए

चंद्र ग्रहण का प्रभाव

चंद्र ग्रहण का प्रभाव: 7 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा के दिन 2025 का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा, जो श्राद्ध पक्ष की शुरुआत के साथ मेल खाता है। यह ग्रहण कुंभ राशि में शनि और पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में होगा। इस दौरान चंद्रमा पर सूर्य, बुध और केतु की दृष्टि भी रहेगी। चंद्रमा शतभिषा नक्षत्र से पूर्वाभाद्रपद की ओर बढ़ेगा।

भारतीय समयानुसार, यह ग्रहण रात 9:58 बजे शुरू होकर मध्यरात्रि 1:26 बजे समाप्त होगा, जिसकी कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट 02 सेकंड होगी। पूजा-पाठ करने वालों के लिए सूतक काल दोपहर 12:58 बजे से शुरू होगा और ग्रहण समाप्ति तक जारी रहेगा। सूतक काल में भोजन पकाना या खाना नहीं चाहिए, और अन्य शारीरिक शुद्धिकरण के कार्यों से भी बचना चाहिए। यह ग्रहण सभी 12 राशियों पर प्रभाव डालेगा। आइए जानते हैं कि यह ग्रहण किस राशि पर क्या प्रभाव डालेगा।


मेष राशि पर प्रभाव

ग्रहण मेष राशि के 11वें स्थान पर है, जो लाभ का संकेत है। इससे मेष राशि वालों के करियर में सुधार होगा और तनाव कम होगा। अधिकारियों का रवैया सकारात्मक रहेगा। संपत्ति से संबंधित समस्याएं हल होंगी और शुभ कार्य होंगे। आध्यात्मिकता में वृद्धि होगी और स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। इस दौरान सुब्रह्मण्य अष्टकम का पाठ करना लाभकारी रहेगा।


वृषभ राशि पर प्रभाव

ग्रहण वृषभ राशि के 10वें भाव में है, जिससे हानि की आशंका है। करियर और व्यापार में सावधानी बरतनी होगी। नौकरी पेशा लोगों को अधिकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक लेन-देन में सावधानी बरतें और बड़े निर्णय से बचें। इस दौरान आदित्य हृदयम का पाठ करना चाहिए।


मिथुन राशि पर प्रभाव

ग्रहण मिथुन राशि के 9वें भाव में है, जो भाग्य का स्थान है। यह शुभ फलदायी हो सकता है। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं और रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं को अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं। परिवार से शुभ समाचार मिल सकता है। गणपति स्तोत्र का पाठ करें।


कर्क राशि पर प्रभाव

ग्रहण कर्क राशि के 8वें भाव में है, जिससे उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। जीवनसाथी से मतभेद हो सकते हैं और पारिवारिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। नए निर्णय लेने के लिए यह समय अनुकूल नहीं है। चंद्र मंत्रों का जप करें।


सिंह राशि पर प्रभाव

ग्रहण सिंह राशि के 7वें भाव में है, जिससे धन के दरवाजे खुलेंगे। सभी कार्य सफल होंगे और माता-पिता की सेहत भी अच्छी रहेगी। जीवनसाथी के साथ निवेश के लिए अच्छा समय है। आदित्य हृदय का पाठ करें।


कन्या राशि पर प्रभाव

ग्रहण कन्या राशि के 6वें भाव में है, जो शुभ लाभ का संकेत है। मकान और वाहन खरीदने का सपना पूरा हो सकता है। सभी कार्य सफल होंगे और समाज में सम्मान बढ़ेगा। हरी मूंग की दाल का दान करें।


तुला राशि पर प्रभाव

ग्रहण तुला राशि के 5वें भाव में है, इसलिए नए काम शुरू करने से बचें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बच्चों की तरक्की से मन प्रसन्न होगा। सुंदरकांड का पाठ करें।


वृश्चिक राशि पर प्रभाव

ग्रहण वृश्चिक राशि के 4वें भाव में है, जो परिवार में अशांति का संकेत है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। अनावश्यक संपर्कों से दूर रहें। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।


धनु राशि पर प्रभाव

ग्रहण धनु राशि के 3वें भाव में है, जो लाभकारी हो सकता है। अचानक धन लाभ की संभावना है। करियर में सुधार होगा। गुरु चालीसा का पाठ करें।


मकर राशि पर प्रभाव

ग्रहण मकर राशि के 2वें भाव में है, जिससे आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी। पारिवारिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। शनि चालीसा का पाठ करें।


कुंभ राशि पर प्रभाव

ग्रहण कुंभ राशि के लग्न भाव में है, जो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां उत्पन्न कर सकता है। आर्थिक जिम्मेदारियों से बचें। दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करें।


मीन राशि पर प्रभाव

ग्रहण मीन राशि के 12वें भाव में है, जो हानि का संकेत है। लेकिन शुभ प्रभाव से आय में बढ़ोतरी हो सकती है। तीर्थयात्रा की संभावना है। विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।