नए साल पर मथुरा-वृंदावन में श्रद्धालुओं की भीड़, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
नववर्ष की तैयारी में श्रद्धालुओं की भीड़
नए साल का स्वागत करने के लिए लोग धार्मिक स्थलों की ओर बढ़ रहे हैं। इस दौरान, मथुरा और वृंदावन में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। नए साल के आगमन में अब कुछ ही समय बचा है, जिससे श्रद्धालुओं की भीड़ इन स्थानों पर उमड़ रही है। विशेष रूप से, श्री बांके बिहारी मंदिर में भक्तों की भारी संख्या देखी जा रही है। साल के अंत और नए साल की शुरुआत में वृंदावन में दर्शन करने वालों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने भक्तों की सुरक्षा के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। यह सलाह विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बीमार व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि भीड़ में धक्का-मुक्की और अव्यवस्था की संभावना रहती है.
सुरक्षा के लिए प्रशासन की सलाह
प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे नववर्ष के अवसर पर अनावश्यक यात्रा से बचें और दर्शन की योजना को कुछ समय के लिए टाल दें। यह सुरक्षा संबंधी सलाह साल के अंत और नए साल की शुरुआत तक लागू रहेगी। यदि आप इस समय यात्रा करने का विचार कर रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप हालात सामान्य होने का इंतजार करें और फिर दर्शन के लिए जाएं.
मंदिर प्रशासन की अपील
श्री बांके बिहारी मंदिर प्रशासन ने 29 दिसंबर से 5 जनवरी तक श्रद्धालुओं से मंदिर में न आने की अपील की है। हर साल नए साल पर लाखों भक्त बिहारी जी के दर्शन के लिए वृंदावन आते हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए, भीड़ और बढ़ने की आशंका है। इसलिए प्रशासन ने कहा है कि केवल अत्यावश्यक स्थिति में ही मंदिर आएं.
मथुरा पुलिस की चेतावनी
मथुरा पुलिस ने नए साल पर आने वाले भक्तों से अपील की है कि प्रतिदिन लगभग 4 से 5 लाख श्रद्धालु वृंदावन पहुंच रहे हैं, और 31 दिसंबर और 1 जनवरी को यह संख्या और बढ़ सकती है। यह परिवार के साथ घूमने के लिए एक अच्छी जगह है, लेकिन आपको नए साल के बाद यहां आने की सलाह दी जाती है। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए ऐसी भीड़ में आना सुरक्षित नहीं है, क्योंकि ट्रैफिक भी बहुत अधिक होता है. कोशिश करें कि इन भीड़भाड़ वाले दिनों में न आएं.
भीड़ में दर्शन की चुनौतियाँ
श्री बांके बिहारी मंदिर का परिसर छोटा होने के कारण यहां एक साथ लाखों श्रद्धालु दर्शन नहीं कर सकते। दर्शन की इच्छा रखने वाले लोग आगे बढ़ने लगते हैं, जिससे धक्का-मुक्की और भारी दबाव की स्थिति बन जाती है। इस दौरान कमजोर, बुजुर्ग और अस्वस्थ लोगों के लिए आना सुरक्षित नहीं माना जाता.
भीड़ में दर्शन का अनुभव
जब भीड़ अधिक होती है, तो मंदिर में बांके बिहारी जी के दर्शन ठीक से नहीं हो पाते, क्योंकि सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं को लगातार आगे बढ़ाते रहते हैं। भारी भीड़ के कारण कुछ सेकंड भी भगवान के सामने हाथ जोड़कर खड़े होने का अवसर नहीं मिलता। इसलिए, दर्शन के लिए अभी आना उचित नहीं है; थोड़ा इंतजार करना बेहतर होगा.
