निर्जला एकादशी पर गुरु-बुध युति: 5 राशियों के लिए सुनहरे अवसर

गुरु-बुध युति का महत्व
गुरु-बुध युति: शुक्रवार, 6 जून, 2025 को इस वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण एकादशी 'निर्जला एकादशी' पर बुध ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं। सुबह 9:29 बजे बुध वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इस समय बुध की युति पहले से मिथुन में विराजमान गुरु ग्रह बृहस्पति से होगी, जो 14 मई को गोचर कर चुके हैं। एकादशी के पावन अवसर पर बुध और मंगल मिलकर लाभ दृष्टि योग का निर्माण कर रहे हैं। आइए जानते हैं, मिथुन राशि में गुरु-बुध युति का ज्योतिषीय महत्व क्या है और निर्जला एकादशी पर यह युति किन 5 राशियों पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी?
गुरु-बुध युति का ज्योतिषीय महत्व
बृहस्पति, जो देवताओं के गुरु हैं, और बुध, जो ग्रहों के राजकुमार माने जाते हैं, दोनों ही बुद्धि, ज्ञान, संवाद और शिक्षा के प्रतीक हैं। हालांकि, इनकी प्रकृति भिन्न है। गुरु अध्यात्म, उच्च शिक्षा, धर्म और नैतिकता के कारक हैं, जबकि बुध तर्क, वाणिज्य, व्यवसाय और व्यवहारिक बुद्धि के स्वामी हैं। जब ये दोनों एक साथ किसी राशि में युति बनाते हैं, तो विचार और संवाद में संतुलन आता है, जिससे व्यापार, शिक्षा, लेखन, मीडिया और आध्यात्मिक कार्यों में तेजी आती है। इसके अलावा, कृषि, निवेश, कानूनी मामलों और सलाहकार क्षेत्रों में लाभ होता है।
गुरु-बुध युति का 5 राशियों पर प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार, गुरु-बुध युति हमेशा बुद्धिमत्ता और आध्यात्मिक ज्ञान को बढ़ावा देती है। इस बार यह निर्जला एकादशी जैसे पुण्यदायक दिन पर हो रही है, जिससे इसका प्रभाव और भी शुभ हो गया है। यह मेष, मिथुन, कर्क, तुला और धनु राशियों के लिए नई शुरुआत, तरक्की और मनोकामनाओं की पूर्ति का संकेत है।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए यह समय आर्थिक दृष्टि से अनुकूल रहेगा। गुरु और बुध की युति आपके पराक्रम भाव में हो रही है, जिससे साहस और शक्ति में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं। भाई से आर्थिक लाभ की संभावना है और रुके हुए पैसे वापस मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में प्रमोशन या ट्रांसफर की संभावनाएं बन रही हैं। पुराने संपर्क फिर से सक्रिय होंगे और नेटवर्किंग के जरिए नए अवसर भी मिल सकते हैं।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय जीवन में नए अध्याय की शुरुआत का संकेत है। आपकी राशि में गुरु और बुध की युति आपको व्यक्तित्व में निखार और वाणी में प्रभावशीलता प्रदान करेगी। करियर और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होगा, जिससे निजी और पेशेवर जीवन में स्थायित्व आएगा। प्रेम संबंधों में भी स्थिरता आने की संभावना है।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए यह समय धन और आत्मबल में वृद्धि का रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है और आप आत्मविश्वास से भरपूर रहेंगे। विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा से संबंधित योजनाएं सफल हो सकती हैं। शेयर बाजार, निवेश या फ्रीलांसिंग में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। मानसिक स्तर पर मजबूती आएगी और पुरानी आशंकाएं दूर होंगी।
तुला राशि
तुला राशि के लिए गुरु-बुध युति भाग्य भाव में बन रही है, जो अत्यंत शुभ है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और लंबे समय से अटके कार्य अब पूर्ण होने की ओर बढ़ेंगे। धर्म, शिक्षा और यात्रा से जुड़े कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है। विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए यह समय विशेष उपलब्धियों वाला हो सकता है।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए यह समय संबंधों और साझेदारी में सुधार लाने वाला रहेगा। आपके सप्तम भाव में गुरु-बुध की युति आपके वैवाहिक और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत बनाएगी। व्यापार में साझेदारी से लाभ मिलने की संभावना है। यदि आप नए रिश्ते की शुरुआत करना चाहते हैं तो समय अनुकूल है। समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी।