फसलों की सुरक्षा के लिए नीलगायों को दूर भगाने के प्रभावी उपाय
किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए नीलगायों और आवारा जानवरों से परेशान रहते हैं। इस लेख में हम कुछ प्रभावी उपाय साझा कर रहे हैं, जिनसे नीलगायों को खेतों से दूर रखा जा सकता है। जानें कैसे नीम की खली, मुर्गी के अंडे, राख, मट्ठा और लहसुन का उपयोग करके आप अपनी फसलों को सुरक्षित रख सकते हैं।
| Nov 16, 2025, 08:22 IST
फसलों की रक्षा के लिए नीलगायों से बचाव
फसलों की सुरक्षा के उपाय
कृषि एक कठिन कार्य है, जिसमें किसानों को बहुत मेहनत करनी पड़ती है। फसल की सफलता के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जैसे सूखा, कीट, और रोग। लेकिन नीलगाय और अन्य आवारा जानवर किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या बन जाते हैं, क्योंकि ये फसलों को नष्ट कर देते हैं।
इस समस्या से निपटने के लिए, किसानों को अक्सर अपने खेतों की चौकसी करनी पड़ती है। हालांकि, कुछ प्रभावी उपाय हैं जिनसे नीलगाय और अन्य जंगली जानवरों को खेतों से दूर रखा जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे पांच उपाय जिनसे नीलगायों को खेतों से दूर रखा जा सकता है।
नीलगायों को दूर भगाने के उपाय
- नीम की खली: नीम की खली का उपयोग करके किसान अपनी फसलों की रक्षा कर सकते हैं। इसके लिए तीन किलो नीम की खली और तीन किलो ईंट भट्टे की राख का पाउडर बनाकर प्रति बीघा खेत में छिड़कें। इससे न केवल फसल को लाभ होगा, बल्कि नीम की गंध से जानवर भी दूर रहेंगे।
- मुर्गी का अंडा: मुर्गी के 10-12 अंडों और 50 ग्राम वाशिंग पाउडर को 25 लीटर पानी में मिलाकर एक घोल बनाएं और इसे फसल के मेड़ों पर छिड़कें। इसकी गंध से नीलगाय और अन्य जानवर खेत में नहीं आएंगे।
- राख का उपयोग: जंगली जानवरों से फसल की रक्षा के लिए राख का उपयोग करें। ठंड के मौसम में जलने वाली लकड़ी से प्राप्त राख को ठंडा करके फसलों पर छिड़कें। नीलगाय इसे एक बार खा सकती हैं, लेकिन फिर खेत में नहीं आएंगी।
- मट्ठा और लहसुन का घोल: 4 लीटर मट्ठे में आधा किलो लहसुन मिलाकर एक घोल बनाएं। इसे पांच दिन बाद छिड़कें। इसकी गंध से नीलगाय 20 दिन तक खेतों में नहीं आएंगी।
- मेंड़ पर पौधे लगाएं: लहसुन की गंध से नीलगाय दूर रहती हैं। आप अपने खेतों के मेंड़ पर करौंदा, तुलसी, या लेमन ग्रास के पौधे लगा सकते हैं। इनकी सुगंध से नीलगाय खेतों में नहीं आएंगी।
