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बुध ग्रह की वक्री अवस्था: 2025 में इन राशियों को मिलेगा लाभ

18 जुलाई 2025 को बुध ग्रह कर्क राशि में वक्री होगा, जिसका प्रभाव विभिन्न राशियों पर पड़ेगा। यह समय विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो अपने कार्य, संबंधों और आत्म-प्रतिबिंब पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर और मीन राशियों के लिए यह अवधि विशेष रूप से फायदेमंद साबित हो सकती है। जानें कि कैसे बुध की वक्री अवस्था आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
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बुध ग्रह की वक्री अवस्था: 2025 में इन राशियों को मिलेगा लाभ

बुध ग्रह की वक्री अवस्था का प्रभाव

बुध ग्रह की वक्री अवस्था 2025: 18 जुलाई 2025 को सुबह 10:13 बजे बुध ग्रह कर्क राशि में वक्री हो जाएगा। ज्योतिष में बुध को बुद्धि, संचार, व्यापार और तर्क का प्रतीक माना जाता है। जब बुध वक्री होता है, तो यह हमारी सोच, बातचीत और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करता है। कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं, और इस दौरान बुध की वक्री स्थिति भावनाओं और आंतरिक ऊर्जा को बढ़ाती है। कुछ राशियों के लिए यह समय लाभकारी साबित होगा।


किसके लिए है यह समय फायदेमंद?

यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी रहेगा जो अपने कार्य, संबंधों और आत्म-प्रतिबिंब पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। हर साल, बुध 3 से 4 बार वक्री होता है, जिससे संचार, यात्रा, प्रौद्योगिकी और व्यापार से जुड़े मामलों में बदलाव या देरी हो सकती है। कर्क राशि में बुध की वक्री स्थिति से भावनाओं और पारिवारिक मामलों पर अधिक प्रभाव पड़ेगा। यह समय आत्म-प्रतिबिंब, पुरानी योजनाओं की समीक्षा और रचनात्मक कार्यों के लिए उपयुक्त हो सकता है। बुध की यह वक्री अवस्था कुछ राशियों को अपने लक्ष्यों का पुनर्मूल्यांकन करने और संबंधों को मजबूत करने का अवसर देगी। आइए जानते हैं कौन सी राशियाँ इससे लाभान्वित होंगी।


मिथुन राशि

मिथुन राशि बुध की अपनी राशि है और इस वक्री अवस्था का प्रभाव इस राशि के दूसरे भाव पर पड़ेगा। यह समय मिथुन राशि वालों के लिए वित्तीय योजना की समीक्षा और सुधार का है। पुराने निवेशों से लाभ, अटके हुए पैसे की वसूली या नए आय स्रोत खुल सकते हैं। इस दौरान संवाद में संवेदनशीलता और गहराई आएगी, जिससे संबंधों में सुधार होगा। राइटिंग, शिक्षण या संचार से जुड़े कार्यों में सफलता मिल सकती है। मिथुन राशि वाले इस समय का उपयोग अपनी क्षमताओं को निखारने और पुरानी गलतियों को सुधारने के लिए करें।


कन्या राशि

कन्या राशि भी बुध की अपनी राशि है और यह वक्री अवस्था आपके 11वें भाव को प्रभावित करेगी। यह समय कन्या राशि वालों के लिए सामाजिक और पेशेवर नेटवर्क को मजबूत करने का है। पुराने दोस्तों या सहकर्मियों से फिर से संपर्क स्थापित हो सकता है, जिससे नई अवसर मिलेंगे। व्यवसाय में नई रणनीतियाँ बनाने और पुरानी योजनाओं को संशोधित करने के लिए यह समय उत्कृष्ट है। कन्या राशि वालों को इस दौरान अपनी महत्वाकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि बुध की यह स्थिति दीर्घकालिक लाभ दे सकती है।


वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध का वक्री होना 9वें भाव पर प्रभाव डालेगा। यह समय आध्यात्मिक और बौद्धिक विकास के लिए अच्छा रहेगा। वृश्चिक राशि वाले इस दौरान उच्च शिक्षा, शोध या आध्यात्मिक गतिविधियों में प्रगति देख सकते हैं। पुरानी योजनाएँ जैसे विदेशी यात्रा या अध्ययन से जुड़े प्रोजेक्ट फिर से शुरू हो सकते हैं। आपके संवाद में गहराई और भावनात्मक स्पष्टता आएगी, जिससे संबंधों में सुधार होगा। इस समय अपने मेंटर्स या सलाहकारों से मार्गदर्शन लेना लाभकारी रहेगा।


मकर राशि

मकर राशि वालों के 7वें भाव पर बुध के वक्री होने का प्रभाव होगा। यह समय विवाह और व्यापार साझेदारियों को मजबूत करने का है। पुराने विवादों को सुलझाने और संबंधों में नई शुरुआत करने के लिए यह अवधि शानदार है। मकर राशि वाले अपने व्यापारिक साझेदार के साथ पुरानी योजनाओं की समीक्षा कर सकते हैं, जिससे लाभ होगा। संवाद में संवेदनशीलता और समझ बढ़ेगी, जिससे संबंधों में गहराई आएगी। इस दौरान नए अनुबंध या डील्स पर हस्ताक्षर करने से पहले दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच करें।


मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए बुध का वक्री होना 5वें भाव पर प्रभाव डालेगा। यह समय रचनात्मक कार्य जैसे लेखन, कला या डिजाइन में प्रगति के लिए अच्छा है। मीन राशि वालों को पुराने प्रोजेक्ट्स को पूरा करने या नई रचनात्मक योजनाएँ शुरू करने का अवसर मिलेगा। बच्चों से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान बच्चों की पढ़ाई या उनके करियर में प्रगति देखने को मिल सकती है। इस समय आत्म-प्रतिबिंब और भावनात्मक स्पष्टता से मीन राशि वालों को अपने लक्ष्यों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।