मंगल का सिंह राशि में गोचर: ज्योतिषीय प्रभाव और संभावनाएँ
2 जून 2025 को मंगल ग्रह का सिंह राशि में गोचर हुआ है, जो ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। यह गोचर ऊर्जा, उत्साह और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि कर सकता है, लेकिन इसके साथ ही आक्रामकता और तनाव की प्रवृत्ति भी बढ़ा सकता है। जानें इस गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और किन क्षेत्रों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
Jun 2, 2025, 17:25 IST
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मंगल का गोचर और इसका महत्व
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रह मंगल ने 2 जून 2025 को सुबह 4:00 बजे कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश किया है। मंगल को मेष और वृश्चिक राशियों का स्वामी माना जाता है और यह अग्नि तत्व का ग्रह है। सिंह राशि भी अग्नि तत्व की राशि है और इसका स्वामित्व सूर्य ग्रह के पास है, जो मंगल का मित्र ग्रह है।मंगल का अपनी मित्र राशि और समान तत्व की राशि (सिंह) में गोचर करना ज्योतिषीय दृष्टि से एक महत्वपूर्ण घटना है। इस गोचर का प्रभाव सभी राशियों और विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ने की संभावना है।
सिंह राशि में मंगल का यह गोचर ऊर्जा, उत्साह और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि कर सकता है। यह लोगों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक प्रेरित और साहसी बना सकता है। हालांकि, मंगल की उग्र प्रकृति के कारण यह गोचर कुछ क्षेत्रों में आक्रामकता, क्रोध, अहंकार और टकराव की प्रवृत्ति को भी बढ़ा सकता है। व्यक्तिगत संबंधों में तनाव या पेशेवर जीवन में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है। स्वास्थ्य के मोर्चे पर, यह गोचर गर्मी से संबंधित मुद्दों या दुर्घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकता है।