महेश नवमी 2025: चंद्र गोचर और राशियों पर प्रभाव

महेश नवमी का महत्व
महेश नवमी 2025: सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए महेश नवमी का पर्व विशेष महत्व रखता है, जो ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। कई भक्त इस अवसर पर उपवास रखते हैं। मान्यता है कि इस दिन की पूजा से शिव परिवार की कृपा प्राप्त होती है। इस वर्ष महेश नवमी 4 जून 2025 को मनाई जाएगी।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण
ज्योतिष के अनुसार, महेश नवमी का दिन विशेष है क्योंकि 4 जून 2025 को चंद्र का गोचर हो रहा है। चंद्र को मन, सुख, माता, विचार और मनोबल का दाता माना जाता है, जो इस दिन सुबह 7:34 बजे कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। बुध ग्रह, जो कन्या राशि का स्वामी है, बुद्धि, त्वचा, कारोबार और वाणी से संबंधित है। आइए जानते हैं कि महेश नवमी पर किन तीन राशियों को चंद्र की कृपा से लाभ होगा।
वृषभ राशि
चंद्र का गोचर वृषभ राशि वालों पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों की नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होगी और उनके विचार वरिष्ठों को प्रभावित करेंगे। नए प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू करने का यह सही समय है। उम्मीद है कि व्यवसाय में विस्तार होगा। विवाहित लोग अपने भावनाओं को साझा करेंगे, जिससे रिश्तों में सुधार होगा।
- उपाय- शिवलिंग पर गन्ने का रस अर्पित करें।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए भी महेश नवमी का दिन खुशियों से भरा रहेगा। 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों की सेहत अच्छी रहेगी। जून के प्रारंभ में कोई गंभीर बीमारी परेशान नहीं करेगी। युवा वर्ग अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करेगा। नए संपर्कों से व्यापार में लाभ होगा। अविवाहित लोग अपने प्रियजनों के साथ समय बिताएंगे। दुकानदारों को आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- उपाय- शिव जी को दूध और गंगाजल अर्पित करें।
कन्या राशि
महेश नवमी पर कन्या राशि वालों को अच्छी खबर मिल सकती है। यदि वे अपने व्यापारिक साझेदारों के साथ स्पष्ट संवाद बनाए रखते हैं, तो गलतफहमियां दूर होंगी। परिवार के साथ धार्मिक यात्रा की योजना बनेगी। नौकरीपेशा व्यक्तियों के करियर में प्रगति होगी और नए लोगों से मिलने का अवसर मिलेगा। उम्रदराज व्यक्तियों की सेहत भी अच्छी रहेगी। दुकानदारों के अटके काम धीरे-धीरे पूरे होने लगेंगे।
- उपाय- शिव जी को भभूत अर्पित करें।