राहु की महादशा में शनि की अंतर्दशा: जानें प्रभाव और चुनौतियाँ

राहु और शनि का महत्व
राहु की महादशा में शनि की अंतर्दशा: राहु और शनि दोनों ही ज्योतिष में महत्वपूर्ण ग्रह माने जाते हैं, जिन्हें क्रूर ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। राहु एक छाया ग्रह है, जो अप्रत्याशित घटनाओं, भौतिक इच्छाओं, लालच और मानसिक अस्थिरता का प्रतीक है। वहीं, शनिदेव को न्याय और कर्म का दाता माना जाता है, जो संघर्ष, दुख और नौकरी से संबंधित मामलों में प्रभाव डालते हैं। समय-समय पर इन ग्रहों की चाल में बदलाव होता है, जिसका लोगों के जीवन पर गहरा असर पड़ता है।
राहु की महादशा और शनि की अंतर्दशा
राहु की महादशा कुल 18 वर्षों की होती है, जिसमें विभिन्न ग्रहों की अंतर्दशा आती है। राहु की महादशा में शनि की अंतर्दशा 2 साल, 10 महीने और 6 दिन की होती है, जिसके दौरान व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, हर राशि पर यह अंतर्दशा अलग-अलग समय पर प्रभाव डालती है।
जानें परेशानियों के बारे में
यदि आप जानना चाहते हैं कि राहु की महादशा में शनि की अंतर्दशा के दौरान किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, तो ऊपर दिए गए वीडियो को देखें।
महत्वपूर्ण जानकारी
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है और केवल सूचना के लिए प्रस्तुत की गई है।