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श्री गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर नगर कीर्तन यात्रा का भव्य स्वागत

श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित नगर कीर्तन यात्रा का जींद में भव्य स्वागत किया गया। साध संगत ने पुष्प वर्षा और ढोल नगाड़ों के साथ यात्रा का अभिनंदन किया। यात्रा का उद्देश्य गुरु साहिब के बलिदान को जन-जन तक पहुंचाना है। यह यात्रा 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र पहुंचेगी, जहां भव्य समापन समारोह होगा। जानें इस यात्रा के बारे में और भी जानकारी।
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श्री गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस पर नगर कीर्तन यात्रा का भव्य स्वागत

साध संगत का अभिनंदन

  • जिला की सीमा में प्रवेश करते ही साध, संगत ने पुष्प वर्षा कर किया अभिनंदन


जींद। श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस की स्मृति में आयोजित हिंद की चादर नगर कीर्तन यात्रा वीरवार की शाम को जब जिला जींद की सीमा में पहुंची, तो श्रद्धा और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला। यह यात्रा जिला फतेहाबाद के टोहाना से होते हुए कालवन गांव में पहुंची, जहां साध संगत ने ढोल नगाड़ों की गूंज के साथ पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इस अवसर पर स्वागत द्वारों की भव्य सजावट की गई थी।


गुरुद्वारे में यात्रा का स्वागत

पूरा वातावरण 'वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह' के जयकारों से गूंज उठा। धमतान साहिब गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के सदस्यों और हजारों श्रद्धालुओं ने यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत किया। नगर कीर्तन यात्रा कालवन से धमतान साहिब गुरुद्वारे पहुंची, जहां रात्रि विश्राम किया गया। प्रबंधन समिति ने यात्रा का भावपूर्ण स्वागत किया।


शहादत का संदेश

शहादत पूरे विश्व के लिए प्रेरणा का दीपक


गुरुद्वारा प्रबंधक सरदार हजूर सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि यह यात्रा गुरु तेग बहादुर के तप और बलिदान की अमर गाथा को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम है। उन्होंने बताया कि गुरु साहिब ने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी शहादत पूरे विश्व के लिए प्रेरणा का स्रोत है।


उन्होंने भाई मति दास, भाई सती दास और भाई दयाला के बलिदान को भी इस यात्रा का अभिन्न हिस्सा बताया। यह ऐतिहासिक यात्रा 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र पहुंचेगी, जहां 25 नवंबर को राज्य स्तरीय समापन समारोह होगा। यात्रा के दौरान युवाओं को गुरुओं के आदर्शों और राष्ट्रधर्म के प्रति समर्पण का संदेश दिया गया।


पंच प्यारों को सिरोपा भेंट

पंच प्यारों को सिरोपा भेंट कर गुरुवाणी के साथ दी रवानगी


गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने पंच प्यारों को सिरोपा भेंट कर गुरुवाणी के साथ रवानगी दी। मौके पर उपस्थित हजारों श्रद्धालुओं ने 'सत श्री अकाल' और 'बोले सो निहाल' के मंत्र के साथ श्री गुरु की पालकी को आगे बढ़ाया। नगर कीर्तन यात्रा ने रसीदां, ढाबी टेक सिंह, पीपलथा, गढ़ी और दातासिंह वाला के रास्ते होते हुए कैथल जिले के धनौरी गांव के लिए प्रस्थान किया। हर गांव में श्रद्धालुओं का हुजूम यात्रा के दर्शन के लिए उमड़ पड़ा।