PM मोदी ने मुंबई मेट्रो लाइन 3 का उद्घाटन किया: यात्रा को बनाएगा आसान और तेज़

PM मोदी का मेट्रो लाइन 3 का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में मुंबई मेट्रो की भूमिगत एक्वा लाइन के अंतिम चरण, मेट्रो लाइन 3 का उद्घाटन किया। यह परियोजना लगभग 12,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई है, जो मुंबईवासियों के लिए यात्रा को तेज़, सुविधाजनक और सरल बनाएगी। यह मेट्रो लाइन शहर के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों, हवाई अड्डे और मनोरंजन स्थलों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी का कार्य करेगी।
मेट्रो लाइन की लंबाई और चरण
33.5 किलोमीटर लंबी यह पूरी तरह भूमिगत मेट्रो लाइन दक्षिण मुंबई से उपनगरीय क्षेत्रों तक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इसका पहला चरण आरे कॉलोनी से बांद्रा-कुरला कॉम्प्लेक्स (BKC) तक 7 अक्टूबर 2024 को शुरू किया गया था। इसके बाद, BKC से वर्ली तक का दूसरा चरण 9 मई 2025 को शुरू हुआ। अब, तीसरा और अंतिम चरण भी पूरा हो गया है, जो 9 अक्टूबर (गुरुवार) से आम जनता के लिए खुल जाएगा।
11 प्रमुख स्टेशन
मेट्रो लाइन-3 के इस चरण में कुल 11 स्टेशन शामिल हैं, जो दक्षिण मुंबई की ऐतिहासिक और प्रशासनिक धरोहरों को जोड़ते हैं। ये स्टेशन हैं: साइंस सेंटर, महालक्ष्मी, जगन्नाथ शंकर शेट (मुंबई सेंट्रल), ग्रांट रोड, गिरगांव, कालबादेवी, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), हुतात्मा चौक, चर्चगेट, विधान भवन, और कफ परेड। यह रूट न केवल कला घोड़ा और मरीन ड्राइव जैसी हेरिटेज लोकेशंस को जोड़ता है, बल्कि रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और बॉम्बे हाई कोर्ट जैसे प्रमुख प्रशासनिक केंद्रों तक भी आसान पहुंच प्रदान करता है।
किराया और यात्रियों की सुविधा
नई मेट्रो लाइन-3 सुबह 5:55 बजे से रात 10:30 बजे तक संचालित होगी, और ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी हर 5 मिनट में होगी। इससे यात्रियों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कफ परेड से आरे JVLR के बीच यात्रा का समय घटकर 1 घंटे से भी कम रह जाएगा, जबकि पहले यह दूरी ट्रैफिक में 2 से 3 घंटे में तय होती थी। मेट्रो लाइन-3 का किराया ₹10 से ₹70 तक निर्धारित किया गया है, जो दूरी के आधार पर होगा।
13 लाख यात्रियों को मिलेगा लाभ
इस मेट्रो लाइन के चालू होने के बाद, यह रोज़ाना 13 लाख से अधिक यात्रियों को सेवाएं प्रदान करेगी। इससे न केवल दक्षिण मुंबई और उपनगरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा, बल्कि पर्यावरणीय प्रभाव भी कम होगा। पीएम मोदी द्वारा शुरू की गई यह मेट्रो परियोजना मुंबई के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में एक ऐतिहासिक कदम है, जो समय और ऊर्जा की बचत के साथ-साथ शहर की रफ्तार को एक नई दिशा देगी।