इलेक्ट्रिक स्कूटर बन रहे हैं लोकप्रिय: फायदे और नुकसान
इलेक्ट्रिक स्कूटर का बढ़ता क्रेज
इलेक्ट्रिक स्कूटर बन रहे हैं लोकप्रिय। देशभर में इलेक्ट्रिक स्कूटर की मांग तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि ये पेट्रोल स्कूटर की तुलना में अधिक लाभकारी साबित हो रहे हैं। इनकी मदद से ईंधन और रखरखाव के खर्चों में भी कमी आती है।
फायदे और नुकसान
हालांकि, हर चीज के साथ फायदे के साथ नुकसान भी होते हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले इसके सभी पहलुओं की जानकारी होना आवश्यक है।
इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख
लोग कर रहे हैं इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख
देश में प्रतिदिन हजारों इलेक्ट्रिक स्कूटर बिक रहे हैं। इनकी लोकप्रियता का मुख्य कारण कम खर्च और बढ़ती पेट्रोल की कीमतें हैं। पिछले कुछ वर्षों में पेट्रोल की कीमतों में लगातार वृद्धि ने आम आदमी के बजट को प्रभावित किया है। ऐसे में इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बेहतर विकल्प बनकर उभरे हैं।
कम मेंटेनेंस लागत
मेंटिनेस कॉस्ट भी है कम
इलेक्ट्रिक वाहनों की रखरखाव लागत भी काफी कम होती है। इन्हें हर छह महीने में सर्विस कराने की आवश्यकता नहीं होती। बाजार में कई बेहतरीन इलेक्ट्रिक स्कूटर उपलब्ध हैं, जो उन्नत तकनीक और आसान वित्तीय विकल्पों के साथ आते हैं।
कितनी दूरी तय करते हैं?
किलोमीटर को देखकर ही करें खरीदी
यदि आप इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने का सोच रहे हैं, तो पहले यह जान लें कि आपकी दैनिक यात्रा कितनी किलोमीटर है। यदि आप प्रतिदिन 50 किलोमीटर तक यात्रा करते हैं, तो इलेक्ट्रिक स्कूटर आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
इलेक्ट्रिक स्कूटर के फायदे
यूजेज कॉस्ट है कम
पेट्रोल की तुलना में बिजली की कीमतें काफी कम हैं, जिससे इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने की लागत भी घटती है। लंबे समय तक उपयोग करने पर, यह आपकी अच्छी खासी बचत कर सकता है।
सरकारी सब्सिडी
सरकार देगी सब्सिडी
कई राज्यों में इलेक्ट्रिक स्कूटर पर सरकारी सब्सिडी भी उपलब्ध है। इसके अलावा, FAME योजना के तहत कुछ हाई स्पीड स्कूटरों पर विशेष ऑफर भी दिए जा रहे हैं, जिससे उनकी शुरुआती कीमत में कमी आई है।
हर साल बचत
हर साल बचा सकते हैं इतने पैसे
पेट्रोल स्कूटरों की तुलना में इलेक्ट्रिक स्कूटर में कम चलने वाले पुर्जे होते हैं, जिससे रखरखाव की लागत भी कम होती है। इलेक्ट्रिक स्कूटर का उपयोग करने पर आप हर साल लगभग 1000 से 2500 रुपये तक बचा सकते हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर के नुकसान
कीमतें होती हैं ज्यादा
अधिकतर इलेक्ट्रिक स्कूटरों की कीमतें पेट्रोल स्कूटरों की तुलना में अधिक होती हैं, जिससे यह आपकी जेब पर भारी पड़ सकता है।
चार्जिंग स्टेशन की कमी
चार्जिंग स्टेशन की परेशानी
भारत में इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन की संख्या बहुत कम है, विशेषकर पूर्वी भारत में। हालांकि, पश्चिमी, दक्षिणी और उत्तर भारत में इनकी संख्या थोड़ी अधिक है।
विशेषज्ञ तकनीशियन की आवश्यकता
स्पेशलाइज्ड टेक्नीशियन की होती है जरूरत
हर मैकेनिक इलेक्ट्रिक स्कूटर की मरम्मत नहीं कर सकता। इसके लिए विशेष तकनीशियन की आवश्यकता होती है, जो हर जगह उपलब्ध नहीं होते।
रीसेल वैल्यू
रीसेल वैल्यू भी होती है कम
इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी सीमित समय तक चलती है और नई बैटरी की कीमत भी अधिक होती है। इसके अलावा, पुराने इलेक्ट्रिक स्कूटर की रीसेल वैल्यू पेट्रोल स्कूटरों की तुलना में कम होती है।
