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किसानों के लिए MSP में वृद्धि: सरकार का बड़ा कदम

केंद्र सरकार ने किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की है, जिसमें 14 फसलों का समावेश है। इस निर्णय का उद्देश्य किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारना और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना है। धान का MSP 69 रुपये बढ़कर 2369 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इसके अलावा, अरहर दाल के MSP में भी वृद्धि की गई है, जिससे घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। जानें इस महत्वपूर्ण निर्णय के बारे में और कैसे यह किसानों की आय में सुधार करेगा।
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किसानों के लिए MSP में वृद्धि: सरकार का बड़ा कदम

MSP मूल्य वृद्धि की जानकारी


MSP मूल्य वृद्धि की जानकारी: केंद्र सरकार ने किसानों को एक महत्वपूर्ण समाचार दिया है। किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की जा रही हैं। सरकार ने धान और कपास सहित 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि की है। 2025-26 तक किसान क्रेडिट कार्ड ब्याज सब्सिडी योजना भी जारी रहेगी। 


किसानों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय

किसानों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय

खरीफ फसल की शुरुआत से पहले, सरकार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 2025-26 के खरीफ सत्र के लिए 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने का निर्णय लिया गया। सामान्य धान का MSP 69 रुपये बढ़कर प्रति क्विंटल 2369 रुपये हो गया है। यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


घरेलू उत्पादन को बढ़ावा

घरेलू उत्पादन बढ़ेगा

केंद्र सरकार ने दालों की कमी को देखते हुए किसानों को अधिक उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करने का निर्णय लिया है। अरहर (तुअर) दाल की मांग सबसे अधिक है, जिसके लिए हर साल लाखों टन आयात करना पड़ता है। अरहर का MSP 8,000 रुपये प्रति क्विंटल करने के लिए 450 रुपये की वृद्धि की गई है, जिससे घरेलू उत्पादन बढ़ेगा और आयात पर निर्भरता कम होगी।


सरकार पर वित्तीय बोझ

सरकार पर नवीनतम MSP से 2 लाख 7 हजार करोड़ का बोझ

केंद्र सरकार ने धान, कपास, सोयाबीन और अरहर सहित 14 खरीफ फसलों के MSP में वृद्धि की है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि धान का MSP 69 रुपये बढ़ा है। इसके अलावा, किसान क्रेडिट कार्ड की ब्याज सब्सिडी योजना को 2025-26 तक जारी रखने का निर्णय लिया गया है।


ग्रामीण ऋण प्रणाली को मजबूत करना

ग्रामीण ऋण व्यवस्था को मजबूत बनाने पर जोर

वैष्णव ने कहा कि इस निर्णय से कृषि विकास को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण ऋण प्रणाली को मजबूत किया जाएगा। कृषि कार्य के लिए केसीसी पर तीन लाख रुपये तक का कर्ज लेने पर सात प्रतिशत ब्याज का प्रविधान है। समय पर भुगतान करने पर तीन प्रतिशत की छूट दी जाती है, जिससे प्रभावी ब्याज दर चार प्रतिशत रह जाती है। यह लाभ पशुपालन और मत्स्य पालन के ऋणों पर भी लागू होगा।


किस फसल का कितना MSP बढ़ा

किस फसल का कितना MSP बढ़ा

फसल     नया MSP बढ़ोतरी  लागत पर लाभ
मूंग    8,768     86     50 %
तिल     9,846     579     50 %
मूंगफली   7,263     480    50 %
उड़द     7,800     400     53 %
सोयाबीन (पीला)     5,328    436     50 %
धान (सामान्य)     2,369    69     50 %
सूरजमुखी     7,721    441     50 %
तूर     8,000    450     59 %
मक्का     2,400    175     59 %
रामतिल     9,537    820     50 %
रागी     4,886    596     50 %
बाजरा     2,775    150     63 %
ज्वार (हाइब्रिड)     3,699    328     50 %
कपास (मध्यम रेशा)     7,710    589     50 %