छत्तीसगढ़ में मानसून का कहर: अगले चार दिनों में भारी बारिश की चेतावनी

CG मानसून अलर्ट
छत्तीसगढ़ में मानसून की गतिविधियाँ तेज हो गई हैं, और राज्य के निवासियों को अगले चार दिनों तक मौसम के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने भारी से अत्यधिक बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है, विशेष रूप से दक्षिणी जिलों में। लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन पहले से ही प्रभावित है, और चक्रवाती परिसंचरण के कारण स्थिति और गंभीर हो सकती है।
मौसम में बदलाव
राजधानी रायपुर से लेकर बस्तर, बिलासपुर और दुर्ग तक मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे 24 जुलाई से छत्तीसगढ़ में वर्षा की तीव्रता और बढ़ेगी। इस बीच, तापमान में गिरावट और बादलों की गर्जना ने मौसम को और भी रहस्यमयी बना दिया है।
भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में अगले चार दिनों तक मूसलधार बारिश की चेतावनी दी है। विशेष रूप से बस्तर, सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर जैसे दक्षिणी जिलों में भारी से अत्यधिक बारिश की संभावना है। इसके साथ ही बिजली गिरने की चेतावनी भी दी गई है, जिससे लोगों को अतिरिक्त सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
वर्षा की गतिविधियाँ
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। यह परिसंचरण अगले 48 घंटों में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित कर सकता है, जिससे पूरे छत्तीसगढ़ में वर्षा की गतिविधियाँ तेज होंगी। मानसून द्रोणिका इस समय श्रीगंगानगर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है, जिससे प्रदेश के वातावरण में नमी बढ़ रही है।
पिछले 24 घंटों का हाल
पिछले 24 घंटों में रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और बस्तर संभाग में मध्यम बारिश दर्ज की गई। बस्तर के कुछ हिस्सों में झमाझम बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है। तापमान में भी गिरावट देखी गई है- रायपुर और राजनांदगांव में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दुर्ग में न्यूनतम तापमान 22 डिग्री तक लुढ़क गया।
आगे का मौसम
राजधानी रायपुर में 23 जुलाई को बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और एक-दो बार बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 24 जुलाई से प्रदेश भर में बारिश की तीव्रता और बढ़ेगी, जिससे मध्य और उत्तरी जिलों में भी भारी वर्षा संभव है।
सुरक्षा की अपील
इस बीच, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम अलर्ट पर ध्यान दें, खुले इलाकों में बिजली चमकते समय ना जाएं और आवश्यक सावधानियाँ बरतें। बारिश के इस दौर में सुरक्षित रहना ही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।