थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस में संभावित वृद्धि: 18% प्रीमियम बढ़ाने की सिफारिश

थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस का महत्व
थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस: यह बीमा वाहन मालिकों के लिए एक किफायती विकल्प है, जिससे अधिकांश लोग इसे प्राथमिकता देते हैं। यह बीमा किसी तीसरे पक्ष को हुए नुकसान की भरपाई करता है और भारत में इसे कानूनी रूप से अनिवार्य किया गया है। हाल ही में, यह जानकारी सामने आई है कि थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस की लागत में वृद्धि हो सकती है। आरडीएआई के बाद, वित्त मंत्रालय भी मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम में 18% की वृद्धि का समर्थन कर रहा है। इस वृद्धि से बीमा कंपनियों के संयुक्त अनुपात में 4-5% का सुधार संभव है। पिछले चार वर्षों में मोटर थर्ड पार्टी प्रीमियम में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
प्रीमियम में वृद्धि की सिफारिश
18% प्रीमियम वृद्धि
आईआरडीएआई और सड़क मंत्रालय ने 18% प्रीमियम बढ़ाने की सिफारिश की है। हालांकि, कुछ श्रेणियों में यह वृद्धि 20 से 25% तक हो सकती है। अगले 1-2 हफ्तों में प्रीमियम बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। इस वृद्धि का सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा। यदि मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिसके बाद जन सुझाव और समीक्षा प्रक्रिया शुरू होगी, और फिर नई दरें लागू होंगी।
महंगा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस: संभावित प्रभाव
थर्ड पार्टी मोटर इंश्योरेंस महंगा होने से क्या फर्क पड़ेगा?
विशेषज्ञों के अनुसार, 18% प्रीमियम वृद्धि से बीमा कंपनियों के संयुक्त अनुपात में 4-5% सुधार की संभावना है। पिछले चार वर्षों में मोटर थर्ड पार्टी प्रीमियम में कोई वृद्धि नहीं हुई है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि कुल मोटर इंश्योरेंस में थर्ड पार्टी प्रीमियम का हिस्सा 60% है, क्योंकि इसका वार्षिक प्रीमियम अपेक्षाकृत कम होता है।
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की परिभाषा
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस क्या है?
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस सबसे किफायती विकल्प होता है। यदि आपकी गाड़ी से किसी अन्य व्यक्ति की गाड़ी को नुकसान होता है या किसी को चोट लगती है, तो यह बीमा उन नुकसानों की भरपाई करता है। भारत में यह बीमा कानूनी रूप से अनिवार्य है। हालांकि, यदि आपको या आपकी गाड़ी को कोई नुकसान होता है, तो थर्ड पार्टी इंश्योरेंस उसे कवर नहीं करता; इसके लिए आपको व्यापक बीमा की आवश्यकता होगी।