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दिवाली 2025: MITS ग्रुप ने कर्मचारियों को दी लग्जरी SUVs

दिवाली 2025 पर MITS ग्रुप ने अपने 51 कर्मचारियों को लग्जरी Scorpio SUVs उपहार में देकर एक नई परंपरा स्थापित की है। कंपनी के संस्थापक एम.के. भाटिया ने इस अनोखे तोहफे के माध्यम से कर्मचारियों की मेहनत और निष्ठा को सराहा। इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा बटोरी है, जहां लोग इस पहल की प्रशंसा कर रहे हैं। जानें इस दिलचस्प कहानी के बारे में और कैसे भाटिया ने अपने सफर में कठिनाइयों को पार किया।
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दिवाली 2025: MITS ग्रुप ने कर्मचारियों को दी लग्जरी SUVs

दिवाली का अनोखा तोहफा


दिवाली 2025: यह त्योहार खुशियों का प्रतीक है, और इस बार चंडीगढ़ की एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए इसे और भी खास बना दिया है। जहां अधिकांश कंपनियां बोनस या उपहार हैंपर देती हैं, वहीं MITS ग्रुप ने अपने कर्मचारियों को एक अनोखा तोहफा दिया है। कंपनी के संस्थापक एम.के. भाटिया ने अपने 51 उत्कृष्ट कर्मचारियों को लग्जरी Scorpio SUVs भेंट कीं। इस भव्य समारोह में उन्होंने खुद कर्मचारियों को चाबियाँ सौंपीं, और यह क्षण सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया।


कर्मचारियों की मेहनत का सम्मान

इस अवसर पर, एम.के. भाटिया ने कहा, 'कर्मचारी हमारी असली संपत्ति हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ही हमारी सफलता की नींव है।' यह पहली बार नहीं है जब भाटिया ने ऐसा किया है; इससे पहले भी वे दिवाली पर अपने कर्मचारियों को कारें और अन्य लग्जरी उपहार दे चुके हैं। यह अब MITS में एक परंपरा बन चुकी है, जो कॉर्पोरेट जगत में एक नई मिसाल पेश कर रही है।


पारंपरिक उपहारों की परंपरा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब भाटिया ने अपने कर्मचारियों के लिए इतना बड़ा उपहार दिया है। पिछले वर्षों में भी, उन्होंने दिवाली पर कई गाड़ियाँ उपहार में दी हैं, जिससे यह कंपनी में एक परंपरा बन गई है।


भाटिया का सफर

भाटिया का सफर भी प्रेरणादायक है। MITS समूह के संस्थापक को 2002 में दिवालियापन का सामना करना पड़ा था, जब उनके मेडिकल स्टोर को भारी नुकसान हुआ था। लेकिन 2015 में MITS की स्थापना करके उन्होंने अपने जीवन को फिर से संवार लिया।


आज, भाटिया MITS के तहत 12 कंपनियों का नेतृत्व कर रहे हैं और भारत तथा विदेशों में अपने कारोबार का विस्तार कर रहे हैं। उनकी कंपनी हरियाणा के पंचकूला में स्थित है और इसके पास कनाडा, लंदन और दुबई में लाइसेंस हैं। 2023 में, भाटिया ने पांच नए निदेशकों की नियुक्ति की घोषणा की और समूह के विस्तार के लिए शिल्पा चंदेल को सीईओ बनाया।


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

कार वितरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जहां लोगों ने प्रशंसा, जिज्ञासा और यहां तक कि हास्य भी व्यक्त किया।


एक यूजर ने मजाक में कहा, 'मेरे पास माइक्रोबायोलॉजी की डिग्री है, क्या इस कंपनी में शामिल होने का कोई मौका है? मैं कार के बजाय एक दूरबीन लूंगा।' एक अन्य ने टिप्पणी की, 'यदि लाभ गुणवत्ता वाली दवाओं से होता है, तो कर्मचारियों को कार, बंगले या यहां तक कि जहाज उपहार में देना ठीक है - लेकिन गुणवत्ता की कीमत पर नहीं।'


कुछ यूजर्स ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कार की ईएमआई गुप्त रूप से वेतन से काटी जाएगी। 'ईएमआई आंतरिक रूप से कम हो सकती है; यह हिस्सा खबर नहीं बनेगा,' एक व्यक्ति ने कहा।


चाहे अटकलें जो भी हों, भाटिया का यह कदम एक उदाहरण है कि कैसे नियोक्ता अब वफादारी और मेहनत को पुरस्कृत करने के लिए रचनात्मक तरीके खोज रहे हैं। यह भारतीय कंपनियों के बीच बढ़ती संस्कृति को दर्शाता है।


एमआईटीएस ग्रुप के लिए, दिवाली 2025 केवल रोशनी और मिठाइयों का त्योहार नहीं, बल्कि पार्किंग से निकलती 51 चमचमाती कारों का प्रतीक भी है - जो कड़ी मेहनत, सुधार और कृतज्ञता की कहानी बयां करती हैं।