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नमो शक्ति रथ: महिलाओं के स्वास्थ्य में क्रांति का आगाज़

नमो शक्ति रथ महिलाओं के स्वास्थ्य में एक महत्वपूर्ण क्रांति का प्रतीक है। यह अभियान न केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाता है, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू हुआ यह अभियान, महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं में भाग लेने के लिए प्रेरित करता है। हरियाणा में इस पहल के माध्यम से 75,000 महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। यह एक आंदोलन है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य को गरिमा और सशक्तिकरण का विषय बनाता है।
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नमो शक्ति रथ: महिलाओं के स्वास्थ्य में क्रांति का आगाज़

महिलाओं की शक्ति और सम्मान


कार्तिकेय शर्मा, सांसद, राज्यसभा ने भारतीय संस्कृति में महिलाओं की शक्ति को न केवल पहचाना है, बल्कि उसे सम्मान भी दिया है। दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती के रूप में स्त्रीत्व का गुण हमारे समाज में गहराई से बसा हुआ है। यह श्रद्धा केवल एक अनुष्ठान नहीं, बल्कि महिलाओं के मूल्य और गरिमा को मान्यता देने वाली एक सोच है।


महिलाएं: प्रगति की आधारशिला

महिलाएं प्रगति की वास्तुकार, मानव क्षमता की पोषक


नमो शक्ति रथ: महिलाओं के स्वास्थ्य में क्रांति का आगाज़
कार्तिकेय शर्मा, सांसद, राज्यसभा।


हमारी सांस्कृतिक धारा यह सिखाती है कि महिलाएं केवल आधी आबादी नहीं, बल्कि वे प्रगति की वास्तुकार और पीढ़ियों की बुद्धि की संरक्षक हैं। यही सोच भारत को एक विशेष स्थान देती है, ताकि हम आधुनिक चुनौतियों का सामना कर सकें। महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल सुनिश्चित करना, जो इन सिद्धांतों का प्रतिनिधित्व करती हैं, एक महत्वपूर्ण कार्य है। इसी दिशा में नमो शक्ति रथ महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए एक क्रांति का प्रतीक है।


स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान

स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान की नींव


आंकड़े बताते हैं कि भारत में हर आठ मिनट में एक महिला गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से अपनी जान गंवा देती है। केवल 1.9 प्रतिशत महिलाओं ने ही इस कैंसर की जांच करवाई है। यह स्थिति न केवल चिंताजनक है, बल्कि जागरूकता फैलाने और सामुदायिक प्रयासों को संगठित करने की आवश्यकता को भी दर्शाती है। यही मान्यता स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान की नींव है।


मध्य प्रदेश से अभियान की शुरुआत

मध्य प्रदेश के धार से अभियान की शुरुआत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2025 को मध्य प्रदेश के धार से स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान की शुरुआत की। उनका संबोधन स्वास्थ्य समानता का दर्शन था, जिसमें महिलाओं को राष्ट्रीय प्रगति के केंद्र में रखा गया। उन्होंने महिलाओं को स्वास्थ्य शिविरों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।


महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण

विधायिकाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण


प्रधानमंत्री ने विधायिकाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग की, जो उनकी नारी शक्ति को मजबूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उनकी नेतृत्व शैली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।


हरियाणा में नमो शक्ति सेवा रथ

हरियाणा के मुख्यमंत्री ने नमो शक्ति सेवा रथ रवाना किया


हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नमो शक्ति सेवा रथ को रवाना किया। यह पहल महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में मदद करने के लिए बनाई गई है।


75,000 महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य

हरियाणा की 75,000 महिलाओं तक पहुंचना कार्यक्रम का लक्ष्य


इस कार्यक्रम का उद्देश्य हरियाणा की 75,000 महिलाओं तक पहुंचना है, जिससे हर जिले में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।


एक आंदोलन की तरह

सिर्फ एक चिकित्सा हस्तक्षेप नहीं, यह एक आंदोलन


यह केवल एक चिकित्सा हस्तक्षेप नहीं है, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य को सशक्त बनाने का एक आंदोलन है।


कैंसर का कलंक

कलंक और डर से जुड़ा है कैंसर शब्द


कैंसर का नाम सुनते ही महिलाओं में डर और कलंक का अनुभव होता है। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब महिलाएं अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को साझा करने में संकोच करती हैं।


स्वास्थ्य सेवा में बिना संकोच

बिना संकोच स्वास्थ्य सेवा ले सकती हैं महिलाएं


नमो शक्ति सेवा रथ इस संकोच को तोड़ने का प्रयास कर रहा है, ताकि महिलाएं बिना किसी डर के स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकें।


महिलाओं का स्वास्थ्य: राष्ट्रीय प्रगति की नींव

महिलाओं का स्वास्थ्य राष्ट्रीय प्रगति की नींव


महिलाओं के कैंसर के खिलाफ यह लड़ाई केवल स्वास्थ्य की नहीं, बल्कि हमारी सामाजिक प्राथमिकताओं की भी परीक्षा है।


विकास की कसौटी

रोगमुक्त महिलाएं, बहनें व बेटियां विकास की कसौटी


यदि हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार करना है, तो हर महिला को स्वास्थ्य सेवाओं का अधिकार मिलना चाहिए।