पंजाब सरकार का नया कदम: अधिकारियों को विदेश भेजकर सड़क निर्माण में सुधार

विदेशी तकनीकों का लाभ उठाने की योजना
पंजाब सरकार ने अपने अधिकारियों को विदेश भेजने का निर्णय लिया है, ताकि वे सड़क निर्माण और रखरखाव की नवीनतम तकनीकों में दक्षता हासिल कर सकें। लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने इस प्रक्रिया को शुरू करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। यह अध्ययन यात्रा उन देशों में आयोजित की जाएगी, जो सड़क निर्माण और सुरक्षा में अग्रणी माने जाते हैं।
अधिकारियों को विश्वस्तरीय अनुभव की आवश्यकता
हरभजन सिंह ने शुक्रवार को पंजाब राज्य सड़क एवं पुल विकास बोर्ड (PRBDB) की एक महत्वपूर्ण बैठक में कहा कि अब समय आ गया है कि हमारे अधिकारी अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव प्राप्त करें और उसे पंजाब की सड़कों पर लागू करें, जिससे टिकाऊ और सुरक्षित सड़क संरचना का विकास हो सके।
स्टडी टूर की तैयारी के लिए निर्देश
मंत्री ने अधिकारियों को जल्द से जल्द स्टडी टूर का प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा। उन्होंने यह भी बताया कि अधिकारियों को उन देशों में भेजा जाना चाहिए, जहां सड़क निर्माण, रखरखाव और सुरक्षा के क्षेत्र में उन्नत तकनीकें अपनाई जाती हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य राज्य में उच्च गुणवत्ता वाली सड़कें बनाना और सड़क सुरक्षा मानकों को मजबूत करना है।
वसूली और रिपोर्टिंग में तेजी लाने की आवश्यकता
बैठक के दौरान, मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे 30 जून तक एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिसमें यह बताया जाए कि राज्य राजमार्गों पर पेट्रोल पंपों और अन्य व्यवसायिक संस्थानों को पहुंच मार्ग देने के बदले कितनी सरकारी फीस वसूली जा रही है। पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाया जा सके।
खतरनाक स्थानों का सुधार
हरभजन सिंह ने राज्य की सड़कों पर मौजूद खतरनाक स्थानों, जिन्हें ब्लैक स्पॉट्स कहा जाता है, के सुधार पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि इन स्थानों की पहचान कर जल्द से जल्द आवश्यक कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए। साथ ही, सड़क सुरक्षा से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए पंजाब राज्य सड़क सुरक्षा परिषद के साथ समन्वय को मजबूत करने का सुझाव दिया।
सरकार का उद्देश्य
पंजाब सरकार इस पहल के माध्यम से राज्य में सड़क निर्माण की गुणवत्ता को अंतरराष्ट्रीय मानकों के करीब लाना चाहती है। स्टडी टूर से लौटने वाले अधिकारी अपने अनुभव और ज्ञान को स्थानीय परियोजनाओं में लागू करेंगे, जिससे न केवल सड़कें बेहतर होंगी, बल्कि सड़क हादसों में भी कमी आने की संभावना है।