Newzfatafatlogo

बिहार सरकार की लघु उद्यमी योजना: 20,106 लाभार्थियों को मिली आर्थिक सहायता

बिहार सरकार ने आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए 'बिहार लघु उद्यमी योजना' के तहत 20,106 लाभार्थियों को 100.53 करोड़ रुपये वितरित किए हैं। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के लिए सहायता प्रदान करना है। जानें इस योजना के लाभ, चयन प्रक्रिया और उद्योग मंत्री का क्या कहना है।
 | 
बिहार सरकार की लघु उद्यमी योजना: 20,106 लाभार्थियों को मिली आर्थिक सहायता

बिहार में आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम

बिहार समाचार: बिहार सरकार ने राज्य के युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसी क्रम में मंगलवार को अधिवेशन भवन में 'बिहार लघु उद्यमी योजना' के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम और पहली किस्त वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 20,106 लाभार्थियों को 50-50 हजार रुपये की पहली किस्त के रूप में कुल 100.53 करोड़ रुपये वितरित किए गए, जिनमें 7,039 महिलाएं शामिल हैं।


योजना का उद्देश्य

यह योजना उन नवाचारियों, महिलाओं और युवाओं के लिए बनाई गई है, जो स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं। बिहार सरकार ने इस योजना की शुरुआत 2024 में की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य जाति आधारित गणना में चिन्हित आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।


लाभार्थियों के लिए योजना का लाभ

इस योजना के तहत लाभार्थियों को अपने व्यवसाय की स्थापना के लिए 2 लाख रुपये तक की अनुदान राशि तीन किस्तों में दी जाती है। यह लाभ 18 से 50 वर्ष की आयु के स्थायी निवासियों को मिलता है, जिनकी मासिक पारिवारिक आय 6,000 रुपये या वार्षिक 72,000 रुपये से कम है। आवेदकों को 61 चिन्हित परियोजनाओं में से किसी एक का चयन करना होता है।


बिहार लघु उद्यमी योजना की जानकारी


  • योजना का नाम: बिहार लघु उद्यमी योजना

  • शुरुआत: वर्ष 2024

  • लाभार्थी: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के स्थायी निवासी

  • आय सीमा: मासिक 6,000 या वार्षिक 72,000 से कम

  • लाभ: 2 लाख रुपये का अनुदान (3 किस्तों में)

  • इस बार वितरण: 100.53 करोड़ रुपये, 20,106 लाभार्थी

  • महिला लाभार्थी: 7,039

  • प्रशिक्षण संस्थान: उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान


सरकार की चयन प्रक्रिया

इस वर्ष उद्योगी पोर्टल पर 2.32 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए। कंप्यूटरीकृत रैंडम चयन के माध्यम से 59,901 आवेदकों का चयन किया गया, जिसमें पिछले वर्ष की 9,901 रिक्तियां भी शामिल हैं। इसके अलावा 11,980 आवेदकों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। चयनित लाभार्थियों को उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के माध्यम से तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। केवल प्रशिक्षण पूरा करने वाले लाभार्थियों को पहली किस्त वितरित की गई है।


उद्योग मंत्री का बयान

बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि बिहार लघु उद्यमी योजना युवाओं और महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण साधन है। यह योजना न केवल रोजगार सृजन कर रही है, बल्कि बिहार को आर्थिक रूप से मजबूत भी बना रही है। हमारा लक्ष्य है कि राज्य का हर योग्य नागरिक इस योजना से लाभ उठाए और स्वरोजगार की मुख्यधारा में शामिल हो।