भारत की औद्योगिक ताकत: "मेड इन इंडिया" का नया अध्याय
भारत की नई औद्योगिक पहल
भारत ने हाल के दिनों में अपनी औद्योगिक क्षमता का एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया है। जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर भारी टैरिफ लगाए, तो भारत ने दृढ़ता से इसका सामना किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया कि देश किसी भी दबाव में नहीं झुकेगा और राष्ट्रहित में जो सही होगा, वही किया जाएगा।गुजरात में मारुति सुजुकी की इलेक्ट्रिक एसयूवी के उत्पादन की शुरुआत के साथ, भारत ने "मेड इन इंडिया" की पहचान को और मजबूत किया है। इन वाहनों का निर्यात 100 से अधिक देशों में किया जाएगा, जिसमें जापान और यूरोप शामिल हैं।
मोदी ने इस साझेदारी को भारत-जापान संबंधों की मजबूती का प्रतीक बताया और कहा कि यह दर्शाता है कि विश्व का विश्वास भारत में बढ़ रहा है। उन्होंने दुर्लभ मृदा खनिजों की कमी पर चिंता जताते हुए "क्रिटिकल मिनरल्स मिशन" की शुरुआत की, जो देशभर के 1200 से अधिक स्थलों पर लागू होगा।
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ने बताया कि हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोलाइट का निर्माण भी भारत में शुरू हो रहा है। यह "मेक इन इंडिया" के तहत एक नया अध्याय है, जो "मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड" के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 11 वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में 500%, मोबाइल फोन निर्माण में 2700% और रक्षा उत्पादन में 200% की वृद्धि हुई है, जो भारत की औद्योगिक प्रगति का स्पष्ट संकेत है।