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भारतीय रेलवे की नई सुविधा: स्लीपर से सेकेंड एसी में मुफ्त अपग्रेड

भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए एक नई सुविधा शुरू की है, जिसमें स्लीपर क्लास के वेटिंग टिकट धारकों को सेकेंड एसी में मुफ्त अपग्रेड का अवसर मिलेगा। यह सुविधा पहले थर्ड एसी तक सीमित थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर सेकेंड एसी और एग्जीक्यूटिव क्लास तक किया गया है। यात्रियों को अपग्रेड के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा, जिससे लंबी दूरी की यात्रा और भी आरामदायक हो जाएगी। जानें इस नई पहल के बारे में और कैसे इसका लाभ उठाया जा सकता है।
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भारतीय रेलवे की नई सुविधा: स्लीपर से सेकेंड एसी में मुफ्त अपग्रेड

भारतीय रेलवे की नई पहल

भारतीय रेलवे ने यात्रियों के सफर को और अधिक सुखद बनाने के लिए एक नई सुविधा शुरू की है, जिससे ट्रेन यात्रा को पहले से कहीं ज्यादा आरामदायक बनाया जा सकेगा। अब, स्लीपर क्लास के वेटिंग टिकट धारकों को चार्ट तैयार होने के बाद खाली सीटों के आधार पर सेकेंड एसी में अपग्रेड करने का अवसर मिलेगा।


पहले यह सुविधा केवल थर्ड एसी तक सीमित थी, लेकिन अब रेलवे ने अपने नियमों में बदलाव कर यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, कुर्सीयान (सेकेंड सिटिंग) और चेयरकार टिकटों को क्रमशः एसी चेयरकार और एग्जीक्यूटिव क्लास में अपग्रेड करने की सुविधा भी शुरू की गई है।


रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय इकाइयों को इस नए नियम को लागू करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि क्रिस (CRIS) सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव किए जा रहे हैं ताकि यह सुविधा जल्द से जल्द यात्रियों को उपलब्ध हो सके।


इस व्यवस्था का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यात्रियों को अपग्रेड के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास स्लीपर क्लास का टिकट है और सेकेंड एसी में सीट खाली है, तो आपका टिकट बिना किसी अतिरिक्त खर्च के सेकेंड एसी में अपग्रेड हो जाएगा। इसी तरह, सेकेंड एसी के टिकट को फर्स्ट एसी में अपग्रेड करने की सुविधा भी उपलब्ध होगी, बशर्ते सीटें खाली हों।


यह नई व्यवस्था न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि रेलवे के संसाधनों का बेहतर उपयोग भी सुनिश्चित करेगी। खाली सीटों को भरने और यात्रियों को उच्च श्रेणी में यात्रा का अनुभव देने से रेलवे की सेवा गुणवत्ता में भी सुधार होगा। यह सुविधा उन यात्रियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगी जो लंबी दूरी की यात्रा करते हैं और अधिक आराम की चाहत रखते हैं।


रेलवे ने इस तरह की अपग्रेडेशन सुविधा को सबसे पहले 2006 में शुरू किया था। उस समय स्लीपर क्लास के टिकटों को थर्ड एसी में अपग्रेड करने की व्यवस्था लागू की गई थी। अब इस सुविधा को और विस्तार देते हुए सेकेंड एसी और एग्जीक्यूटिव क्लास तक बढ़ाया गया है।


हालांकि, इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यात्रियों को IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप के माध्यम से टिकट बुक करते समय ‘ऑटो अपग्रेड’ का विकल्प चुनना होगा। यदि यह विकल्प नहीं चुना गया, तो अपग्रेडेशन का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा, यदि कोई यात्री अपग्रेडेड टिकट को रद्द करता है, तो उसे केवल मूल टिकट की कीमत के आधार पर रिफंड मिलेगा।


यह नई पहल यात्रियों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो कम खर्च में उच्च श्रेणी की यात्रा का आनंद लेना चाहते हैं। भारतीय रेलवे का यह कदम न केवल यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि रेलवे यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। अगली बार जब आप ट्रेन से यात्रा की योजना बनाएं, तो ‘ऑटो अपग्रेड’ विकल्प को जरूर चुनें और अपने सफर को और भी आरामदायक बनाएं।