मध्य प्रदेश में रेलवे नेटवर्क को मजबूत करने की नई परियोजना

रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए नई पहल
मध्य प्रदेश समाचार: मध्य प्रदेश सरकार ने रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य प्रशासन ने एक नई रेलवे परियोजना का सर्वेक्षण पूरा कर इसे रेलवे बोर्ड को प्रस्तुत किया है। इस प्रस्ताव के अंतर्गत रतलाम से नागदा के बीच 41 किलोमीटर लंबी चौड़ी ब्रॉडगेज रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। रतलाम रेल मंडल ने इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण किया और सभी जानकारी रेलवे बोर्ड को भेजी। अब इस परियोजना को स्वीकृति मिल गई है। अगले चरण में गोधरा और रतलाम के बीच एक चौड़ी लाइन का निर्माण किया जाएगा। मार्च 2026 से इस रेलवे ट्रैक पर 160 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेनें चलाने के लिए ट्रैक को मजबूत करने और मोड़ों को समाप्त करने के लिए अतिरिक्त कार्य किए जाएंगे।
तीसरी और चौथी रेलवे लाइनों का निर्माण
दिल्ली-मुंबई रेलवे में गति बढ़ाने के लिए तेजी से काम जारी
दिल्ली-मुंबई रेलवे में ट्रेनों की गति को बढ़ाने के साथ-साथ तीसरी और चौथी रेलवे लाइनों के निर्माण पर भी तेजी से कार्य किया जा रहा है। पहले चरण में रतलाम से नागदा जंक्शन के बीच एक नई रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी, जिसमें वर्धा-बल्हारशाह के बीच तीसरी लाइन और रतलाम-नागदा के बीच चौथी लाइन शामिल हैं।
खंडवा-आलीराजपुर रेलवे लाइन का सर्वेक्षण
खरगोन और बड़वानी मार्ग का सर्वेक्षण भी स्वीकृत
रतलाम रेल मंडल ने इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण कर रेलवे बोर्ड को सभी विवरण भेजे हैं। अब इस परियोजना को स्वीकृति मिल गई है। दूसरे चरण में गोधरा और रतलाम के बीच चौड़ी लाइन का निर्माण किया जाएगा। मार्च 2026 से इस रेलवे ट्रैक पर 160 किमी प्रति घंटे की गति से ट्रेनें चलाने के लिए ट्रैक को मजबूत करने और मोड़ों को समाप्त करने के लिए अतिरिक्त कार्य किए जाएंगे। पीएम-गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत ये परियोजनाएं विकसित की गई हैं।
रेल संपर्क में सुधार
इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच रेल संपर्क में सुधार होगा। कोयला, सीमेंट, क्लिंकर, जिप्सम, फ्लाई ऐश, कंटेनर, कृषि सामग्री और पेट्रोलियम उत्पादों का परिवहन इन रेलमार्गों के माध्यम से किया जाएगा। इससे लागत, तेल आयात और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी।
रतलाम–नागदा फोरलाइन रेलवे प्रोजेक्ट का विवरण
प्रोजेक्ट की जानकारी
विवरण | जानकारी |
लंबाई | 41 किलोमीटर |
कुल अनुमानित लागत | ₹1018 करोड़ |
लाइनें | तीसरी और चौथी नई ब्रॉडगेज रेललाइन |
अलाइनमेंट | मौजूदा दोहरी लाइन से थोड़ा हटकर |
संभावित नए स्टेशन | कुछ नए स्टेशन प्रस्तावित |
निर्माण लक्ष्य वर्ष | 2029–30 तक कार्य पूर्ण करना |
इस प्रोजेक्ट के संभावित लाभ
ट्रैफिक संतुलन
मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों के संचालन में टकराव नहीं होगा।
समयबद्धता में सुधार
लंबी दूरी की ट्रेनें समय पर चलेंगी।
संचालन क्षमता में वृद्धि
अधिक ट्रेनों का संचालन संभव होगा।
आर्थिक लाभ
माल ढुलाई में तेजी से व्यापार को लाभ होगा।
नई ट्रेन सेवाओं की संभावना
भविष्य में वंदे भारत और सेमी-हाईस्पीड ट्रेनों का संचालन संभव होगा।