मारुति सुजुकी e VITARA: यूरोप में 'मेक इन इंडिया' का जादू

मारुति सुजुकी e VITARA का निर्यात शुरू
मारुति सुजुकी e VITARA: यूरोप में 'मेक इन इंडिया' का जादू: मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने अपनी पहली बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEV), e VITARA का निर्यात प्रारंभ कर दिया है।
गुजरात के पिपावाव पोर्ट से 2,900 से अधिक e VITARA गाड़ियां यूरोप के 12 देशों के लिए भेजी जा चुकी हैं। इनमें यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, नॉर्वे, फ्रांस, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड्स, स्वीडन, हंगरी, आइसलैंड, ऑस्ट्रिया और बेल्जियम शामिल हैं। यह कदम भारत के 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' मिशन को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।
मारुति सुजुकी e VITARA पर गर्व
यह महत्वपूर्ण उपलब्धि 26 अगस्त को गुजरात के हंसलपुर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में आयोजित एक भव्य समारोह के बाद प्राप्त हुई।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने e VITARA के उत्पादन की शुरुआत की और मारुति सुजुकी को 'मेक इन इंडिया' पहल का ब्रांड एम्बेसडर घोषित किया। यह सम्मान कंपनी के लिए गर्व का क्षण है, जो भारत को वैश्विक ऑटोमोबाइल केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है।
भारत बना e VITARA का वैश्विक केंद्र
e VITARA का निर्माण विशेष रूप से मारुति सुजुकी के गुजरात प्लांट में किया जा रहा है। सुजुकी ने भारत को इस इलेक्ट्रिक वाहन का वैश्विक उत्पादन केंद्र बनाने की योजना बनाई है।
यूरोप में e VITARA का निर्यात प्रारंभ होना इस योजना का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह वाहन न केवल भारत की तकनीकी क्षमता को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक बाजार में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
'e VITARA है वैश्विक सितारा'
इस विशेष अवसर पर मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउचि ने कहा, "प्रधानमंत्री द्वारा हमें 'मेक इन इंडिया' का ब्रांड एम्बेसडर कहना गर्व की बात है। e VITARA का यूरोप में निर्यात शुरू होना हमारे लिए ऐतिहासिक पल है।
100 से अधिक देशों में ग्राहकों का विश्वास जीतने के लिए वाहन का डिजाइन, तकनीक, सुरक्षा और प्रदर्शन विश्वस्तरीय होना आवश्यक है। e VITARA को नए HEARTECT-e प्लेटफॉर्म पर विकसित किया गया है, जो अत्याधुनिक तकनीक और मजबूती का बेहतरीन मिश्रण है। हमें विश्वास है कि यह यूरोप के ग्राहकों को बेहतरीन ड्राइविंग अनुभव प्रदान करेगी।"