सस्ती कीमत पर सेकंड हैंड मारुति वैगन आर खरीदने के बेहतरीन विकल्प

मारुति वैगन आर सेकंड हैंड कार की बढ़ती मांग
मारुति वैगन आर सेकंड हैंड कार: भारत में नई कारों के साथ-साथ सेकंड हैंड कारों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। पहली बार कार खरीदने का सपना देखने वाले या बजट की समस्या से जूझ रहे ग्राहकों के लिए सेकंड हैंड कारों का विकल्प काफी आकर्षक बन गया है। आजकल ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर भी कारों की बिक्री हो रही है। पुरानी कारों में मारुति सुजुकी वैगन-आर की मांग काफी अधिक है। यदि आप भी एक सेकंड हैंड वैगन-आर खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो यहां कुछ बेहतरीन विकल्प दिए जा रहे हैं।
2012 मॉडल मारुति सुजुकी वैगन आर 1.0 LXi CNG
यदि आप सेकंड हैंड वैगन-आर CNG खरीदने का सोच रहे हैं, तो Spinny पर 2012 का मारुति सुजुकी वैगन-आर 1.0 LXi CNG उपलब्ध है। इसकी कीमत 2.14 लाख रुपये है। यह कार 82,000 किलोमीटर चल चुकी है और पेट्रोल+CNG विकल्प में मैन्युअल गियरबॉक्स के साथ उपलब्ध है। यह सफेद रंग में है और इसमें थर्ड पार्टी बीमा है। इसका RTO दिल्ली का है और बीमा की वैधता जून 2026 तक है। अधिक जानकारी के लिए Spinny से संपर्क करें। ध्यान दें कि यदि आप Wagon R 1.0 LXi CNG का नया मॉडल खरीदते हैं, तो इसकी एक्स-शोरूम कीमत 6.68 लाख रुपये से शुरू होती है।
2013 मॉडल मारुति सुजुकी वैगन आर 1.0 LXI CNG
Spinny पर एक और सेकंड हैंड वैगन-आर CNG उपलब्ध है, जो 2013 का मॉडल है और 50,000 किलोमीटर चल चुकी है। इसकी कीमत 2.71 लाख रुपये है। यह भी पेट्रोल+CNG विकल्प में मैन्युअल गियरबॉक्स के साथ है और चेरी रंग में उपलब्ध है। इसमें थर्ड पार्टी बीमा है और इसका RTO दिल्ली का है। बीमा की वैधता जून 2026 तक है। अधिक जानकारी के लिए Spinny से संपर्क करें।
2014 मॉडल वैगन-आर VXi
True Value पर 2014 का वैगन-आर (Wagon-R VXi) उपलब्ध है, जिसकी कीमत 2.75 लाख रुपये है। यह कार 62,488 किलोमीटर चल चुकी है और यह 1st Owner मॉडल है। ग्रे रंग में उपलब्ध इस कार की स्थिति अच्छी है और इसका रजिस्ट्रेशन दिल्ली का है। यदि आप Wagon-R VXi CNG का नया मॉडल खरीदते हैं, तो इसकी एक्स-शोरूम कीमत 7.13 लाख रुपये से शुरू होती है।
सेकंड हैंड कार खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
इन बातों का भी रखें ध्यान:
सेकंड हैंड कार खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि भविष्य में किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। गाड़ी के सभी ओरिजिनल दस्तावेज़ देखें, फोटो कॉपी या मोबाइल में पेपर न देखें, क्योंकि यह धोखा हो सकता है। पिछले 2-3 साल में नो क्लेम बोनस की ट्रैकिंग करें। गाड़ी की टेस्ट ड्राइव जरूर करें ताकि आपको यह पता चल सके कि कार में कोई समस्या या इंजन की आवाज तो नहीं है। यदि कोई गड़बड़ी नजर आए, तो डील न करें।