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हरियाणा आंगनबाड़ी फोन: 3G नेटवर्क की समस्याएं और कार्यकर्ताओं की अपग्रेड की मांग

हरियाणा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 3G नेटवर्क वाले पुराने फोन का सामना करना पड़ रहा है, जिससे पोषण ट्रैकर ऐप पर डेटा अपलोड करने में कठिनाई हो रही है। बैटरी और स्टोरेज की कमी के कारण कार्यकर्ताओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने फोन अपग्रेड करने की मांग की है, जबकि अधिकारियों ने अस्थायी समाधान पेश किए हैं। जानें इस मुद्दे की गहराई और इसके समाधान की आवश्यकता के बारे में।
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हरियाणा आंगनबाड़ी फोन: 3G नेटवर्क की समस्याएं और कार्यकर्ताओं की अपग्रेड की मांग

हरियाणा आंगनबाड़ी फोन: 3G नेटवर्क की दिक्कतें

हरियाणा आंगनबाड़ी फोन की समस्याएं कार्यकर्ताओं के लिए सिरदर्द बन गई हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पोषण ट्रैकर ऐप पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं का डेटा अपलोड करने में जूझ रहे हैं। 3G नेटवर्क वाले पुराने फोन ओटीपी समय पर नहीं लाते। कम स्टोरेज और खराब बैटरी ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। कार्यकर्ता इन आउटडेटेड डिवाइस से तंग आ चुके हैं। आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने फोन अपग्रेड करने की मांग की है। यह मुद्दा हरियाणा में पोषण योजनाओं की राह में बाधा बन रहा है। आइए, इस समस्या की गहराई में जाएं।


3G फोन की बड़ी रुकावट

हरियाणा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दिए गए फोन केवल 3G नेटवर्क का समर्थन करते हैं। इससे पोषण ट्रैकर ऐप पर डेटा अपलोड करना मुश्किल हो रहा है। ओटीपी समय पर नहीं आता, जिससे गर्भवती महिलाओं और बच्चों का डेटा अपडेट नहीं हो पाता। कार्यकर्ता बार-बार असफल प्रयासों से परेशान हैं। ई-केवाईसी अपडेट भी रुक रहा है। यह तकनीकी कमी सरकारी योजनाओं की प्रगति में बाधा डाल रही है।


बैटरी और स्टोरेज की कमी

आंगनबाड़ी फोन की बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है। केवल 4GB स्टोरेज होने से डेटा स्टोर करने की जगह नहीं बचती। कार्यकर्ताओं को नया डेटा अपलोड करने से पहले पुराना डेटा डिलीट करना पड़ता है। यह प्रक्रिया समय बर्बाद करती है। कम हार्डवेयर क्षमता के कारण ऐप क्रैश हो जाता है। कार्यकर्ता कहते हैं कि इतने कम संसाधनों में काम करना असंभव है। यह समस्या दक्षता को प्रभावित कर रही है।


कार्यकर्ताओं की अपग्रेड की मांग

आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की अध्यक्ष रूपा राणा ने कहा, “फोन को 5G और अधिक स्टोरेज के साथ अपग्रेड करें।” उन्होंने बताया कि पोषण ट्रैकर ऐप को सुचारू चलाने के लिए आधुनिक डिवाइस चाहिए। पुराने फोन इसकी जरूरतें पूरी नहीं कर सकते। यूनियन ने अलग से स्टोरेज कार्ड देने की भी मांग की। कार्यकर्ता चाहते हैं कि सरकार उनकी तकनीकी जरूरतों पर ध्यान दे। यह मांग जायज है, क्योंकि डेटा अपडेट पोषण योजनाओं का आधार है।


अधिकारियों का जवाब

महिला एवं बाल विकास विभाग ने फोन की कमियों को स्वीकार किया। अधिकारियों का कहना है कि कार्यकर्ता पुराना डेटा डिलीट कर स्टोरेज मैनेज करें। सॉफ्टवेयर अपडेट के लिए घर पर ही फोन अपग्रेड करने की सलाह दी गई। पर्यवेक्षकों को सहायता के लिए नियुक्त किया गया है। हालांकि, कार्यकर्ता इसे अस्थायी समाधान मानते हैं। उनका कहना है कि बिना नए फोन के समस्या का स्थायी हल नहीं निकलेगा। यह जवाब कार्यकर्ताओं को संतुष्ट नहीं कर रहा।


समाधान की जरूरत

हरियाणा आंगनबाड़ी फोन की समस्या का जल्द समाधान जरूरी है। गर्भवती महिलाओं और बच्चों का डेटा अपडेट न होने से पोषण योजनाएं प्रभावित हो रही हैं। सरकार को 5G फोन या अतिरिक्त स्टोरेज प्रदान करना चाहिए। कार्यकर्ताओं को तकनीकी प्रशिक्षण भी मिलना चाहिए। यह कदम पोषण ट्रैकर ऐप की प्रभावशीलता बढ़ाएगा। हरियाणा में स्वास्थ्य और पोषण योजनाओं की सफलता के लिए यह जरूरी है।