हरियाणा से दिल्ली बिना टोल: खेड़की दौला टोल प्लाजा का स्थानांतरण

हरियाणा से दिल्ली यात्रा में राहत
हरियाणा टोल प्लाजा: अब दिल्ली से हरियाणा बिना टोल: खेड़की दौला टोल प्लाजा को पचगांव में स्थानांतरित किया जाएगा: गुड़गांव: हरियाणा के निवासियों के लिए एक सुखद समाचार है। दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-48) पर स्थित खेड़की दौला टोल प्लाजा को गुड़गांव से 15 किलोमीटर दूर पचगांव में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है।
नायब सैनी सरकार ने इस परियोजना के लिए 28 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है, जिससे दिल्ली और मानेसर के बीच यात्रा करने वाले वाहन चालकों को टोल टैक्स से मुक्ति मिलेगी। यह कदम न केवल रोजाना काम पर जाने वालों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि स्थानीय निवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को भी पूरा करेगा।हरियाणा टोल प्लाजा
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। नया टोल प्लाजा पचगांव में स्थापित किया जाएगा, जहां मल्टी-लेन फ्री फ्लो (एमएलएफएफ) टोल संग्रह प्रणाली लागू की जाएगी। इस आधुनिक तकनीक के तहत वाहनों को रुकने की आवश्यकता नहीं होगी,
क्योंकि ओवरहेड कैमरे वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर को स्कैन करेंगे और फास्टैग वॉलेट से टोल टैक्स अपने आप कट जाएगा। इससे यातायात की भीड़भाड़ कम होगी और यात्रा अधिक सुगम हो जाएगी। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) इस प्रणाली को लागू करने के लिए अगले छह महीनों में कार्य पूरा करने की योजना बना रही है।
पचगांव का चयन टोल प्लाजा के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। यह स्थान गुड़गांव और मानेसर से आगे है और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के साथ एनएच-48 के चौराहे के निकट स्थित है।
इससे टोल संग्रह प्रक्रिया और अधिक प्रभावी होगी। स्थानीय निवासियों ने इस निर्णय का स्वागत किया है, जो 2014 से खेड़की दौला टोल प्लाजा को हटाने की मांग कर रहे थे। यह कदम न केवल यात्रियों के लिए समय और धन की बचत करेगा, बल्कि क्षेत्र में यातायात प्रबंधन को भी बेहतर बनाएगा।
यह परियोजना हरियाणा सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग का एक उदाहरण है। नई तकनीक और बेहतर स्थान के साथ, यह टोल प्लाजा यात्रियों के लिए एक नया अनुभव प्रदान करेगा। यह कदम हरियाणा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और लोगों के जीवन को सरल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।