Newzfatafatlogo

हुंडई मोटर की नई कारों की घोषणा: 26 नए मॉडल आने वाले हैं

हुंडई मोटर ने भारतीय बाजार में 26 नई कारों के लॉन्च की योजना की घोषणा की है। इनमें नई जनरेशन Hyundai Venue और कई हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक विकल्प शामिल हैं। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक घरेलू बाजार में 15% हिस्सेदारी और 30% निर्यात योगदान हासिल करना है। जानें इस बारे में और अधिक जानकारी।
 | 
हुंडई मोटर की नई कारों की घोषणा: 26 नए मॉडल आने वाले हैं

हुंडई मोटर की नई घोषणाएं


हुंडई मोटरने हाल ही में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। कंपनी ने बताया है कि भारतीय बाजार में 26 नई कारें लॉन्च होने जा रही हैं। इन नए मॉडलों के आने से ग्राहकों को कई विकल्प मिलेंगे, जिससे कार खरीदने की प्रक्रिया और भी आसान हो जाएगी। इस खबर में जानें पूरी जानकारी।


Hyundai Motor का निवेशक दिवस

Hyundai Motor ने की घोषणाएं 

Hyundai Motor India ने अपने पहले निवेशक दिवस पर कई नई योजनाओं का खुलासा किया है। कंपनी ने बताया कि अगले पांच वर्षों में 26 नए उत्पाद पेश करने की योजना बनाई है। कोरियाई निर्माता अगले वित्तीय वर्ष से शुरू होकर 2030 तक भारत में सात नई कारें लॉन्च करेगा।


नई जनरेशन Hyundai Venue का लॉन्च

इन दिन लॉन्च होगी Hyundai Venue 

नई जनरेशन Hyundai Venue का लॉन्च नवंबर में होने की संभावना है। इसके अलावा, कंपनी छह पूर्ण मॉडल परिवर्तन और सात फेसलिफ्ट मॉडल भी पेश करने की योजना बना रही है।


हाइब्रिड विकल्पों का समावेश

हाइब्रिड विकल्पों को किया जा रहा है शामिल 

कंपनी के पावरट्रेन में 13 आंतरिक दहन इंजन, छह CNG मॉडल, पांच इलेक्ट्रिक कारें और आठ हाइब्रिड विकल्प शामिल हैं। पहली स्थानीय रूप से निर्मित इलेक्ट्रिक वाहन 2027 में लॉन्च की जाएगी। इसके साथ ही, कंपनी एक ऑफ-रोड एसयूवी और एक एमपीवी भी पेश करने की योजना बना रही है।


घरेलू बाजार में हिस्सेदारी का लक्ष्य

घरेलू बाजार की इतनी रहेगी हिस्सेदारी 

Hyundai ने 2030 तक 15 प्रतिशत से अधिक घरेलू बाजार हिस्सेदारी और 30 प्रतिशत निर्यात योगदान का लक्ष्य रखा है। कंपनी ने पिछले साल ऐतिहासिक आईपीओ के बाद 45,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है।


भारत का वैश्विक विकास में महत्व

विश्व स्तर पर है दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र 

Hyundai की वैश्विक विकास रणनीति में भारत को एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। 2030 तक, भारत को विश्व स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र बनाने का लक्ष्य है, जिसमें 30 प्रतिशत निर्यात योगदान का भी लक्ष्य रखा गया है।