2025 में आईपीओ बाजार में बड़े बदलाव की तैयारी
2025 में आईपीओ बाजार में एक बड़ी लहर आने की उम्मीद है, जिसमें टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे बड़े इश्यू शामिल हैं। इस साल अब तक 52,200 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं, और कुल 2.58 लाख करोड़ रुपये के आईपीओ पाइपलाइन में हैं। जानें इस आईपीओ सीज़न के संभावित अवसरों के बारे में।
Jul 23, 2025, 15:43 IST
| आईपीओ की सुनामी का आगाज़
प्राथमिक बाजार एक बड़े आईपीओ सीज़न के लिए तैयार है। 2025 के शेष महीनों में शेयर बाजार में आईपीओ की एक बड़ी लहर आने की संभावना है। टाटा कैपिटल का 17,200 करोड़ रुपये का इश्यू, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का 15,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव और ग्रो का 5,950 करोड़ रुपये का शेयर बिक्री जैसे प्रमुख आईपीओ की लिस्टिंग का इंतज़ार है। इसके साथ ही, फिजिक्स वाला जैसे कुछ स्टार्टअप भी इस प्रक्रिया में शामिल हैं।प्राइम डेटाबेस के अनुसार, बाजार नियामक सेबी ने अब तक 1.15 लाख करोड़ रुपये के आईपीओ को मंजूरी दी है, जबकि 1.43 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव अभी भी स्वीकृति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसका मतलब है कि कुल 2.58 लाख करोड़ रुपये के आईपीओ पाइपलाइन में हैं, जो निवेशकों के लिए बड़े अवसर प्रदान करेंगे। 2025 के आईपीओ पाइपलाइन में कई नई कंपनियाँ शामिल हैं।
मीशो, फोनपे, बॉटलेंस, कार्ट, शैडो, फैक्स, ग्रो, और वर्क इंडिया जैसे कंपनियों के इश्यू का आकार लगभग 1,500 करोड़ रुपये से लेकर 9,000 करोड़ रुपये तक हो सकता है। इसके अलावा, पाइन लैब्स, अमागी, वेकफिट, अर्बन कंपनी, टेबलस्पेस और शिप्रॉकेट जैसी कंपनियाँ भी पूंजी जुटाने की योजना बना रही हैं।
2025 के पहले छह महीनों में 52,200 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। इस अवधि में 26 कंपनियों ने मिलकर यह राशि इकट्ठा की है। इनमें सबसे बड़ा इश्यू एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का था, जिसने अकेले 12,500 करोड़ रुपये जुटाए।
इसके विपरीत, 2024 की पहली छमाही में 34 कंपनियों ने केवल 29,607.95 करोड़ रुपये जुटाए थे, जबकि दूसरी छमाही में 56 आईपीओ ने 1.30 लाख करोड़ रुपये इकट्ठा किए थे। पूरे 2024 में कुल 90 आईपीओ लॉन्च हुए, जिनसे 1.60 लाख करोड़ रुपये जुटाए गए। 2025 में आईपीओ बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।