Adani Group ने वित्त वर्ष 2024-25 में टैक्स भुगतान का नया रिकॉर्ड बनाया

अडानी ग्रुप का टैक्स भुगतान
अडानी ग्रुप की कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 में टैक्स भुगतान के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। इस ग्रुप ने डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स के साथ-साथ कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण राशि का भुगतान किया है। कंपनी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में अडानी ग्रुप ने कुल 74,945 करोड़ रुपये का टैक्स जमा किया, जो पिछले वर्ष के 58,104 करोड़ रुपये की तुलना में 29 प्रतिशत अधिक है।
कौन सी कंपनियों ने किया सबसे अधिक योगदान?
प्रमुख योगदान देने वाली कंपनियाँ
अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL), अडानी सीमेंट लिमिटेड (ACL), अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने सबसे अधिक योगदान दिया। इसके अलावा, समूह की अन्य सात प्रमुख लिस्टेड इकाइयाँ भी इस आंकड़े में शामिल हैं:
- अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड,
- अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड,
- अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड,
- अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड,
- अडानी पावर लिमिटेड,
- अडानी टोटल गैस लिमिटेड,
- अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड।
अधिग्रहित कंपनियों का योगदान
अन्य कंपनियों का टैक्स योगदान
इसके अतिरिक्त, एनडीटीवी, एसीसी, और सांघी इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों द्वारा चुकाया गया टैक्स भी इस आंकड़े में शामिल किया गया है, क्योंकि इनका नियंत्रण अडानी समूह की मुख्य कंपनियों के पास है।
शेयर बाजार पर प्रभाव
शेयर बाजार में उछाल
- टैक्स योगदान के इस सकारात्मक प्रदर्शन का असर अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों पर भी देखने को मिला है।
- Adani Enterprises Ltd के शेयरों में शुक्रवार सुबह 11 बजे तक 0.99% की वृद्धि हुई और यह 2,514.00 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
- पिछले 5 वर्षों में 1547.23% और 10 वर्षों में 3056.45% का शानदार रिटर्न निवेशकों को मिला है।
- वहीं, Adani Ports and Special Economic Zone Ltd के शेयरों में 1.91% की वृद्धि दर्ज की गई और यह 1,463.60 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
- पिछले 2 वर्षों में 98.00%, 5 वर्षों में 328.93% और 10 वर्षों में 370.37% का रिटर्न दिया है।
अडानी ग्रुप की जिम्मेदारी
टैक्स भुगतान का महत्व
अडानी ग्रुप का यह टैक्स भुगतान न केवल भारत सरकार के खजाने के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह देश के सबसे बड़े कॉर्पोरेट समूहों में से एक के रूप में उनकी जिम्मेदारी को भी दर्शाता है। टैक्स के साथ-साथ शेयर मार्केट में कंपनी का प्रदर्शन निवेशकों में विश्वास पैदा कर रहा है।