IIT खड़गपुर की SETU पहल: छात्रों की मानसिक सेहत के लिए एक नई शुरुआत

SETU पहल का परिचय
SETU पहल: आईआईटी खड़गपुर अब केवल तकनीकी क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि छात्रों की जीवन रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। 2025 में चार छात्रों की आत्महत्या के बाद, संस्थान ने जो कदम उठाया है, वह अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक उदाहरण बन सकता है।
छात्रों की मानसिक सेहत के लिए SETU
छात्रों के मानसिक तनाव, अकेलेपन और दबाव को कम करने के उद्देश्य से, IIT खड़गपुर ने SETU (Support, Empathy, Transformation and Upliftment) नामक पहल शुरू की है। यह पहल मानवता और तकनीक को जोड़कर छात्रों की भावनात्मक सेहत को सुदृढ़ करने के लिए बनाई गई है।
तकनीक और सहानुभूति का संगम - SETU
SETU एक साधारण स्वास्थ्य सेवा नहीं है, बल्कि यह एआई और काउंसलिंग का एक अनूठा संयोजन है। इस प्रणाली के माध्यम से छात्र 24x7 थेरेपी, काउंसलिंग और मनोचिकित्सकीय देखभाल प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से गोपनीय होगी और इसमें "YourDOST" प्लेटफॉर्म के जरिए विशेषज्ञों की सहायता उपलब्ध होगी।
AI द्वारा मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी
इस योजना में एक विशेष AI सिस्टम हॉस्टलों और विभागों में स्थापित किया गया है, जो छात्रों की मानसिक स्थिति की वास्तविक समय में निगरानी करेगा। जैसे ही किसी छात्र में तनाव या अवसाद के लक्षण दिखाई देंगे, तुरंत सहायता प्रदान की जाएगी। यह प्रणाली छात्रों की भावनात्मक स्थिति को पहचानकर उन्हें अकेलापन महसूस नहीं होने देगी।
छात्रों के लिए, छात्रों द्वारा - नई सोच
IIT खड़गपुर ने यह सुनिश्चित किया है कि मानसिक स्वास्थ्य केवल डॉक्टरों या चिकित्सकों की जिम्मेदारी न हो, बल्कि यह छात्र जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बने। इसके लिए छात्र स्वयं कल्याण समितियों में शामिल होंगे और एक-दूसरे की सहायता करेंगे।
‘सेतु’ यानी पुल - यह नाम इस बात का प्रतीक है कि अब छात्रों के दुख और संस्थान के बीच एक नया संबंध स्थापित हो गया है।