Jim Beam Bourbon Whiskey का उत्पादन एक साल के लिए हुआ स्थगित, जानें इसके पीछे की वजहें
नई दिल्ली में बड़ा फैसला
नई दिल्ली: यदि आप Jim Beam Bourbon Whiskey के प्रशंसक हैं, तो यह जानकारी आपके लिए चौंकाने वाली हो सकती है। विश्व प्रसिद्ध बॉर्बन व्हिस्की ब्रांड Jim Beam के उत्पादन को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है, जिसने उद्योग और कर्मचारियों को चिंतित कर दिया है।
उत्पादन का स्थगन
Jim Beam की मालिक कंपनी, सनटोरी ग्लोबल स्पिरिट्स, ने केंटकी में अपने मुख्य संयंत्र में उत्पादन को एक साल के लिए रोकने की घोषणा की है। इस निर्णय से न केवल कंपनी की सप्लाई चेन प्रभावित होगी, बल्कि हजारों कर्मचारियों के भविष्य पर भी सवाल उठ खड़े हुए हैं।
कब तक रहेगा उत्पादन बंद?
रिपोर्टों के अनुसार, Jim Beam ने अपने केंटकी स्थित डिस्टिलरी में 2026 तक उत्पादन रोकने का निर्णय लिया है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इस अवधि में किसी भी प्रकार का उत्पादन नहीं होगा। केंटकी में कंपनी के विभिन्न स्थानों पर 1,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब अमेरिका की बॉर्बन इंडस्ट्री ओवरस्टॉक और वैश्विक मांग में अनिश्चितता जैसी समस्याओं का सामना कर रही है।
निर्णय के पीछे की वजह
Jim Beam ने एक बयान में कहा है कि 2026 के दौरान डिस्टिलरी पूरी तरह से बंद रहेगी, क्योंकि इस समय कंपनी साइट पर सुधार और विकास कार्यों में निवेश करना चाहती है। हालांकि, केंटकी में अन्य संयंत्र सामान्य रूप से कार्य करते रहेंगे। कंपनी का कहना है कि यह कदम राज्य में अपने संचालन को पूरी तरह से बंद करने के बजाय भविष्य की मांग की समीक्षा और तैयारी का हिस्सा है।
कर्मचारियों की स्थिति
Bourbon Whiskey निर्माता के अनुसार, उत्पादन बंद रहने के बावजूद केंटकी स्थित Jim Beam Visitor Center पहले की तरह खुला रहेगा। कंपनी इस दौरान कर्मचारियों की सेवाओं का उपयोग करने के तरीकों पर विचार कर रही है।
कंपनी ने पुष्टि की है कि कर्मचारियों के भविष्य को लेकर श्रमिक संघ के साथ बातचीत जारी है और इस अवधि के दौरान आगे की रणनीति पर चर्चा की जा रही है।
आर्थिक नुकसान और बढ़ता स्टॉक
केंटकी में बॉर्बन निर्माताओं पर बढ़ते स्टॉक का दबाव लगातार बढ़ रहा है। अक्टूबर में केंटकी डिस्टिलर्स एसोसिएशन ने बताया कि राज्यभर के गोदामों में बॉर्बन का स्टॉक रिकॉर्ड 16 मिलियन बैरल से अधिक हो चुका है। इन स्टॉक्स पर राज्य सरकार द्वारा टैक्स लगाया जाता है, जिससे उत्पादकों की लागत बढ़ गई है। एसोसिएशन के अनुसार, केवल टैक्स के कारण इस साल शराब निर्माताओं को लगभग 75 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
वैश्विक व्यापार तनाव का प्रभाव
ओवरस्टॉक की समस्या के बीच वैश्विक व्यापार तनावों ने अमेरिकी शराब निर्माताओं की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अप्रैल में लागू किए गए व्यापक टैरिफ के बाद उद्योग पर दबाव और गहरा गया। इसके अलावा, कनाडा के साथ व्यापारिक तनाव का भी बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की शुरुआत में अधिकांश कनाडाई प्रांतों ने अमेरिकी शराब की खरीद बंद कर दी थी।
