PM Modi ने गुजरात में Maruti Suzuki की नई EV यूनिट का उद्घाटन किया, 'मेक फॉर द वर्ल्ड' का किया जिक्र

मारुति सुजुकी की नई EV यूनिट का उद्घाटन
PM Modi Maruti EV: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात में मारुति सुजुकी की नई इलेक्ट्रिक वाहन (EV) यूनिट का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे भारत की 'मेक इन इंडिया' यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश अब 'मेक इन इंडिया' से आगे बढ़कर 'मेक फॉर द वर्ल्ड' की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने गणेश उत्सव के उत्साह में इस कार्यक्रम को भारत और जापान के बीच मित्रता का नया अध्याय बताया। उन्होंने मारुति के विकास को 'टीन एज' से जोड़ा, यह बताते हुए कि युवावस्था नए सपनों और अवसरों का समय होती है, और अब मारुति सुजुकी भी EV क्षेत्र में नए पंख फैलाने जा रही है।
गुजरात से शुरू हुआ नया अध्याय
गुजरात से शुरू हुआ नया अध्याय
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि जब वे 2012 में गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि आवंटित की गई थी। उनका लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया को सशक्त बनाना था, जो अब साकार होता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के पास लोकतंत्र की ताकत और अपार प्रतिभा है, जो हर देश के लिए 'विन-विन' स्थिति बनाती है।
Made in India electric vehicles are now driving onto the global stage. It reflects our nation's growing strength in green mobility. Addressing a programme in Hansalpur, Gujarat. https://t.co/sZZ7ZCSys1
— Narendra Modi (@narendramodi) August 26, 2025
भारत निर्मित गाड़ियां जापान तक पहुंच चुकी हैं
जापान तक पहुंच चुकी हैं भारत निर्मित गाड़ियां
पीएम मोदी ने बताया कि सुजुकी द्वारा निर्मित गाड़ियां पहले से ही जापान में निर्यात की जा रही हैं। अब भारत में बनी EV कारों का भी निर्यात शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि मारुति सुजुकी लगातार चार वर्षों से भारत की सबसे बड़ी निर्यातक रही है और अब दर्जनों नई EV कारें विदेशों में चलेंगी, जिन पर लिखा होगा 'मेक इन इंडिया'।
मेक इन इंडिया की पहचान बनी मारुति सुजुकी
मेक इन इंडिया की पहचान बनी मारुति सुजुकी
प्रधानमंत्री मोदी ने मारुति सुजुकी को 'मेक इन इंडिया' का ब्रांड एम्बेसडर बताते हुए कहा कि कंपनी ने न केवल घरेलू स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत की प्रतिष्ठा को मजबूत किया है। उन्होंने इस अवसर को भारत-जापान की दोस्ती और साझा विकास का प्रतीक बताया।