सेबी ने लोगों को एचबीएन डेयरीज की संपत्तियां खरीदने से किया आगाह

नई दिल्ली, 25 फरवरी (हि.स.)। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने लोगों को एचबीएन डेयरीज एंड अलाइड लिमिटेड से संबंधित किसी भी संपत्ति को खरीदने और उसके साथ लेन-देन करने को लेकर आगाह किया है।
सेबी ने मंगलवार को जारी बयान में जनता को एचबीएन डेयरीज एंड एलाइड लिमिटेड की किसी भी संपत्ति को खरीदने और उससे निपटने के खिलाफ चेतावनी दी है। नियामक की यह चेतावनी भरा बयान तब आया है, जब सेबी को पता चला कि कुछ व्यक्ति या संस्थाएं झूठी अफवाहें फैलाकर सेबी अधिकारी होने का दिखावा करके और एचबीएन की संपत्तियों पर अतिक्रमण करके नीलामी प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रही हैं।
नियामक ने कहा कि इस तरह की चीजें न केवल संभावित खरीदारों को गुमराह कर रही हैं बल्कि सेबी की ई-नीलामी प्रक्रिया में भी बाधा डाल रही हैं। सेबी ने पिछले सप्ताह जारी एक नोटिस में लोगों को ऐसी किसी भी संपत्ति को खरीदने /सौदा करने के खिलाफ आगाह किया था, जिसमें एचबीएन, उसके निदेशकों या उसके किसी सहयोगी/अनुषंगी/उससे जुड़ी कंपनियों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई हित या अधिकार है।
पूंजी बाजार नियामक ने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति को एचबीएन, उसके निदेशकों या उसकी अनुषंगी कंपनियों और सहयोगी कंपनियों की संपत्ति पर अवैध कब्जा करने या उसमें हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं है। ऐसी किसी भी अनधिकृत कार्रवाई के खिलाफ उपयुक्त कानून के अनुसार कदम उठाये जाएंगे।
सेबी ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार, उसके पास एचबीएन, उसके निदेशकों और उससे संबंधित कंपनियों की संपत्ति बेचने का पूरा अधिकार है। इसमें ऐसी संपत्तियां भी शामिल हैं जहां एचबीएन का कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हित है। सेबी का यह कदम एचबीएन के द्वारा अवैध तरीके से सामूहिक निवेश योजनाओं के जरिए जुटायी गयी 1,136 करोड़ रुपये की राशि को लेकर है।
उल्लेखनीय है कि पूंजी बाजार नियामक सेबी ने एचबीएन और उसके निदेशकों हरमिंदर सिंह सरन, अमनदीप सिंह सरन, मनजीत कौर सरन और जसबीर कौर द्वारा निवेशकों का पैसा वापस करने में विफल रहने के बाद संपत्ति की बिक्री की प्रक्रिया शुरू की है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / प्रजेश शंकर