अडाणी पोर्ट्स ने FY26 की पहली तिमाही में 21% आय वृद्धि की घोषणा की

अडाणी पोर्ट्स के वित्तीय परिणाम
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा की है, जिसमें कंपनी की आय में पिछले वर्ष की तुलना में 21% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
आय में वृद्धि के कारण
इस वृद्धि का मुख्य कारण लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में दोगुनी और मरीन कारोबार में 2.9 गुना वृद्धि मानी जा रही है। अडाणी पोर्ट्स के सीईओ अश्वनी गुप्ता ने कहा कि 'हमारा लॉजिस्टिक्स और मरीन कारोबार अब केवल सहायक नहीं हैं, बल्कि ये हमारे भविष्य के पोर्ट इकोसिस्टम को नया आकार दे रहे हैं। सप्लाई चेन को मजबूत करने की हमारी रणनीति और वैश्विक विस्तार हमें FY26 के लक्ष्यों की ओर तेजी से ले जा रहा है।'
बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि
इस तिमाही में अडाणी पोर्ट्स ने 121 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) कार्गो का संचालन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 11% अधिक है। इससे कंपनी की भारत में बाजार हिस्सेदारी 27.2% से बढ़कर 27.8% हो गई, जबकि कंटेनर बाजार में हिस्सेदारी 45.2% रही। कंपनी ने श्रीलंका के कोलंबो में एक पूरी तरह स्वचालित कंटेनर टर्मिनल और ओडिशा के धामरा पोर्ट में नया निर्यात टर्मिनल शुरू किया है।
आय में दोगुनी वृद्धि
अडाणी लॉजिस्टिक्स ने इस तिमाही में 571 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,169 करोड़ रुपये की आय दर्ज की, जो लगभग दोगुना है। इस वृद्धि का मुख्य कारण ट्रकिंग और अंतरराष्ट्रीय माल ढुलाई नेटवर्क में तेजी से विस्तार रहा।
मरीन कारोबार में रिकॉर्ड वृद्धि
अडाणी पोर्ट्स के मरीन कारोबार की आय 188 करोड़ रुपये से बढ़कर 541 करोड़ रुपये हो गई, जो 2.9 गुना की वृद्धि दर्शाता है। इस क्षेत्र में 118 जहाजों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
शुद्ध लाभ में वृद्धि
कंपनी की कुल आय 7,560 करोड़ रुपये से बढ़कर 9,126 करोड़ रुपये हो गई। शुद्ध लाभ (PAT) 7% बढ़कर 3,311 करोड़ रुपये रहा।
पर्यावरण और सामाजिक जिम्मेदारी
अडाणी पोर्ट्स ने पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ESG) क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। कंपनी को कार्बन डिस्क्लोजर प्रोजेक्ट (CDP) 2024 में 'लीडर' का दर्जा मिला है।
अडाणी पोर्ट्स का वैश्विक महत्व
अडाणी पोर्ट्स भारत की सबसे बड़ी पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर कंपनी है, जो देश के कुल पोर्ट वॉल्यूम का लगभग 28% संभालती है।