अनिल अंबानी के वित्तीय मामलों में नई जांच: ईडी ने भेजा ताजा समन
मुंबई में अनिल अंबानी की वित्तीय जांच में तेजी
मुंबई: उद्योगपति अनिल अंबानी से जुड़े वित्तीय मामलों की जांच एक बार फिर से सक्रिय हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फेमा नियमों के उल्लंघन से संबंधित मामले में अंबानी को नया समन जारी किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि अब वर्चुअल उपस्थिति स्वीकार नहीं की जाएगी। एजेंसी ने उन्हें अगले सोमवार को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का निर्देश दिया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ईडी मामले को गंभीरता से ले रही है।
नए जांच का जिम्मा एसएफआईओ को
इस बीच, सरकार ने रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (ADAG) से संबंधित कई कंपनियों की जांच को नए सिरे से शुरू करने का निर्णय लिया है। इस बार जांच का कार्यभार कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) की विशेष जांच एजेंसी गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (SFIO) को सौंपा गया है। पहले ईडी, सीबीआई और बाजार नियामक सेबी इन कंपनियों से जुड़े मामलों में पूछताछ कर चुके हैं। अब यह देखा जाएगा कि क्या कॉर्पोरेट गवर्नेंस में कोई गंभीर चूक हुई थी या फंड्स का दुरुपयोग किया गया था।
जांच की पृष्ठभूमि
सूत्रों के अनुसार, MCA को समय-समय पर ऑडिटरों और विभिन्न वित्तीय संस्थानों से चेतावनियाँ प्राप्त हुई थीं। इन चेतावनियों में ADAG समूह की कुछ कंपनियों के खातों में संभावित गड़बड़ियों का संकेत दिया गया था। इसके अलावा, रिलायंस कैपिटल और रिलायंस कम्युनिकेशंस में लोन डिफॉल्ट के बाद बैंकों द्वारा कराए गए फोरेंसिक ऑडिट ने भी कई सवाल खड़े किए थे। इन रिपोर्टों ने संकेत दिया कि वित्तीय प्रवाह और कॉर्पोरेट निर्णयों में अनियमितताएँ हो सकती हैं, जिसके बाद व्यापक जांच की आवश्यकता महसूस की गई।
जांच का फोकस
SFIO की जांच इस समय समूह की चार प्रमुख कंपनियों पर केंद्रित है—रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस कम्युनिकेशंस, रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (RCFL) और CLE प्राइवेट लिमिटेड। जांच एजेंसियाँ यह समझने का प्रयास कर रही हैं कि इन कंपनियों के बीच धन के स्थानांतरण में कहीं नियमों की अनदेखी तो नहीं हुई। यदि जांच के दौरान फंड मूवमेंट को लेकर कोई नया लिंक सामने आता है, तो समूह की अन्य कंपनियों को भी जांच के दायरे में शामिल किया जा सकता है।
ईडी की हालिया कार्रवाई
जांच में तेजी का एक बड़ा कारण ईडी द्वारा हाल ही में की गई लगभग 7,500 करोड़ रुपये की संपत्ति की कुर्की भी है। एजेंसी ने नवी मुंबई की जमीन, बांद्रा के पाली हिल इलाके की एक संपत्ति और नई दिल्ली स्थित रिलायंस सेंटर जैसी महत्वपूर्ण परिसंपत्तियों को जब्त किया है। इस कदम ने संकेत दिया है कि वित्तीय अनियमितताओं का दायरा बड़ा हो सकता है और आगे कई नई जानकारियाँ उजागर हो सकती हैं।
