अमीरों के शराब सेवन पर चौंकाने वाले सर्वेक्षण के परिणाम

शराब और अमीरी: एक नई दृष्टि
नई दिल्ली: शराब और धन के संबंध में बनी धारणाओं को चुनौती देते हुए एक नए सर्वेक्षण ने कुछ चौंकाने वाले तथ्य प्रस्तुत किए हैं। हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के एक तिहाई से अधिक धनी लोग शराब का सेवन नहीं करते हैं। यह सर्वे उन 150 धनाढ्य भारतीयों के बीच किया गया है, जिनकी संपत्ति 8.5 करोड़ रुपये से अधिक है।
‘मर्सिडीज-बेंज हुरुन इंडिया लग्जरी कंज्यूमर सर्वे 2025’ के अनुसार, सर्वे में शामिल 34 प्रतिशत प्रतिभागियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे शराब नहीं पीते। शराब पीने वालों में, 32 प्रतिशत की प्राथमिक पसंद व्हिस्की है, जबकि 11 प्रतिशत रेड वाइन और 9 प्रतिशत शैंपेन पसंद करते हैं। यह सर्वे इस सामान्य धारणा के विपरीत है कि अमीरों के जीवन में महंगी शराब एक अनिवार्य तत्व है।
जहां एक ओर कई अमीर लोग शराब से दूर रह रहे हैं, वहीं कुछ राज्यों में शराब पर प्रति व्यक्ति खर्च काफी अधिक है। पिछले साल राष्ट्रीय लोक वित्त एवं नीति संस्थान (NIPFP) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, शराब पर सबसे अधिक खर्च आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में होता है। आंकड़ों के अनुसार, तेलंगाना में एक परिवार सालाना प्रति व्यक्ति औसतन 1,623 रुपये की शराब खर्च करता है, जो देश में सबसे अधिक है।
शराब पर खर्च करने वाले अन्य प्रमुख राज्यों में केरल (₹486), हिमाचल प्रदेश (₹457) और पंजाब (₹453) शामिल हैं। इस सूची में तमिलनाडु और राजस्थान भी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। वहीं, सबसे कम खर्च करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है, जहां यह आंकड़ा केवल 49 से 75 रुपये के बीच है।