अमेरिका ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की

व्यापार समझौते पर सहमति नहीं बनी
कई दौर की वार्ता के बाद भी नहीं बन पाई व्यापार समझौते पर सहमति
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिका ने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव डालने की कोशिशें तेज कर दी हैं। इसका एक बड़ा परिणाम नई टैरिफ दरों के रूप में सामने आया है। अमेरिका ने 10 जुलाई को 30 से अधिक देशों के खिलाफ नई टैरिफ दरें लागू की थीं, जो एक अगस्त से प्रभावी होनी थीं।
भारत उन देशों में से एक था, जिनके साथ अमेरिका व्यापार वार्ता कर रहा था। हालांकि, पांच दौर की वार्ता के बावजूद कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई। अंततः, ट्रंप ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने का निर्णय लिया।
नई टैरिफ दरें कल से लागू होंगी
अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा भारत के खिलाफ घोषित की गई नई टैरिफ दरें एक अगस्त से लागू होंगी। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय कंपनियों के लिए अमेरिका में व्यापार करना कठिन हो जाएगा, जिससे उद्योग जगत में चिंता बढ़ गई है। यदि ये टैरिफ लंबे समय तक जारी रहते हैं, तो भारतीय अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और विकास दर में कमी आ सकती है।
ट्रंप का भारत के साथ व्यापार पर बयान
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत हमारा मित्र है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में व्यापार में कमी आई है क्योंकि भारत के टैरिफ बहुत अधिक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने अपने सैन्य उपकरणों का एक बड़ा हिस्सा रूस से खरीदा है और चीन के साथ मिलकर रूस का ऊर्जा का सबसे बड़ा खरीदार है। ट्रंप ने भारत को 25% टैरिफ और अन्य प्रतिबंधों के लिए जिम्मेदार ठहराया।