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अमेरिकी F-22 और रूसी मिग विमानों का अनोखा संगम

हाल ही में एक वीडियो में अमेरिकी F-22 स्टील्थ फाइटर जेट को रूसी मिग-29 और मिग-21 के साथ उड़ते हुए दिखाया गया है। यह वीडियो अमेरिकी अरबपति जेरेड इसाकमैन द्वारा साझा किया गया है, जिसमें उन्होंने बताया कि वे खुद मिग-29 उड़ा रहे थे। इस उड़ान का उद्देश्य कर्नल गेल 'ईविल' पेक को श्रद्धांजलि देना था, जो रेड ईगल्स के पहले कमांडर थे। जानें इस गुप्त मिशन और अमेरिकी वायुसेना की ट्रेनिंग के बारे में।
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अमेरिकी F-22 और रूसी मिग विमानों का अनोखा संगम

अमेरिकी F-22 और रूसी मिग विमानों की उड़ान

अमेरिकी F-22 और रूसी मिग विमानों का संगम: क्या आपने कभी सोचा था कि अमेरिका का अत्याधुनिक F-22 स्टील्थ फाइटर जेट मिग-29 और मिग-21 के साथ उड़ान भरता हुआ दिखाई देगा? यह अब सच हो चुका है। F-22, जो अमेरिका का पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है, अब सवाल उठ रहे हैं कि ये रूसी मिग विमानों के साथ क्या कर रहा था। हाल ही में एक वीडियो में अमेरिकी वायुसेना की एक गुप्त इकाई 'रेड ईगल्स' की झलक दिखाई गई, जिसमें पायलटों को सोवियत लड़ाकू विमानों से मुकाबला करने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।


F-22 के साथ मिग-29 और मिग-21 का क्या अर्थ है?

यह दुर्लभ वीडियो अमेरिकी अरबपति और पायलट जेरेड इसाकमैन द्वारा साझा किया गया है, जिसमें उन्होंने बताया कि वे खुद मिग-29UB उड़ा रहे थे। वीडियो में मिग-21 सबसे आगे उड़ता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि उसके पीछे दो F-22 रैप्टर और एक मिग-29 फाइटर जेट हैं। इसाकमैन ने लिखा, "अगर आपको एक खूबसूरत विकर्षण की ज़रूरत है... और मुझे इसकी ज़रूरत थी... तो मैं इसे साझा कर रहा हूँ। यहाँ पिछले साल का एक वीडियो है... कर्नल 'ईविल' पेक के लिए स्मारक फ्लाईओवर। आप शायद फिर कभी ऐसा फॉर्मेशन न देखें।" उन्होंने 4477वें टेस्ट एंड इवैल्यूएशन स्क्वाड्रन या 'रेड ईगल्स' के पहले कमांडर कर्नल गेल 'ईविल' पेक को श्रद्धांजलि देने के लिए यह उड़ान भरी।


रेड ईगल्स और कॉन्स्टेंट पेग कार्यक्रम

शीत युद्ध के दौरान, जब अमेरिका और सोवियत संघ के बीच तनाव बढ़ रहा था, अमेरिका ने प्रोजेक्ट कॉन्स्टेंट पेग नामक एक गुप्त मिशन शुरू किया। इसका उद्देश्य दुश्मन की ताकतों का अध्ययन करना और उन्हें अपने लाभ के लिए उपयोग करना था। सोवियत संघ के पास मिग-17, मिग-21 और मिग-23 जैसे घातक लड़ाकू विमान थे, और अमेरिका ने इन विमानों की क्षमताओं को समझने के लिए 'रेड ईगल्स' नामक अपनी यूनिट बनाई।


रूसी विमानों का अमेरिका में आगमन

रूसी लड़ाकू विमानों ने हमेशा अमेरिका का ध्यान आकर्षित किया है। शीत युद्ध के दौरान, अमेरिका ने विभिन्न तरीकों से इन विमानों को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की। 1966 में, एक इराकी पायलट ने इजरायल में मिग-21 जेट उतारा, जिसे बाद में अमेरिका को भेजा गया। मिग-23 को मिस्र से प्राप्त किया गया था, जबकि मिग-29 को मोल्दोवा से खरीदा गया था। अमेरिका ने मोल्दोवा को वित्तीय सहायता देकर इन विमानों को अपने पास लाया।