अमेरिकी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में बढ़ता विश्वास
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बावजूद, अमेरिकी निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार में विश्वास बढ़ता जा रहा है। अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में, अमेरिका ने भारतीय शेयरों में FPI निवेश के मामले में सिंगापुर को पीछे छोड़ दिया। जानें कि कैसे भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित हो रही है और विदेशी निवेशक इसमें रुचि दिखा रहे हैं।
Aug 9, 2025, 17:05 IST
| टैरिफ विवाद के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है। पहले उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को 'मृत अर्थव्यवस्था' कहा था, लेकिन यह सच नहीं है। भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से विकसित हो रही है, और इसका प्रमाण भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेश के बढ़ते आंकड़े हैं।अमेरिका अब भारतीय शेयरों में सबसे बड़ा विदेशी निवेशक बन गया है, जिसमें उसने 30 प्रतिशत से अधिक का निवेश किया है। सिंगापुर इस सूची में दूसरे स्थान पर है। अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में, अमेरिका ने भारतीय शेयरों में FPI निवेश के मामले में सिंगापुर को पीछे छोड़ दिया।
अमेरिकी निवेशकों का भारतीय अर्थव्यवस्था पर विश्वास बढ़ रहा है, जो दर्शाता है कि वे भारतीय शेयर बाजार में भारी मात्रा में निवेश कर रहे हैं। इस दौरान, अमेरिकी FPI की हिस्सेदारी 31.04% थी, जबकि सिंगापुर की हिस्सेदारी 28.11% थी।
भारतीय शेयर बाजार में FPI निवेश के शीर्ष 10 देशों में अमेरिका, सिंगापुर, नॉर्वे, मॉरीशस, केमैन द्वीप, लक्ज़मबर्ग, यूएई, कतर, यूके और जापान शामिल हैं। इन शीर्ष 5 देशों का कुल FPI निवेश 90% है।